स्कूली छात्रों के लिए पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियां भी जरूरी है – महापौर चौबे

रायपुर। सवालों के बीच महापौर मीनल चौबे ने माधवराव सप्रे उच्चतर माध्यमिक स्कूल के बच्चों से जाना कि साल भर में वे नियमित पढ़ाई के अलावा और कौन-कौन सी गतिविधियों में शामिल रहते हैं या स्कूल की ओर से किस प्रकार के आयोजन किये जाते हैं। ऐसे लगभग 20 सवाल उन्होंने स्कूली छात्रों से अलग-अलग या समूह में पूछकर जाना। मुख्यमंत्री द्वारा निर्देशित जिन स्कूलों का सामाजिक अंकेक्षण किया जाना है उसमें सप्रे स्कूल का नाम भी शामिल हैं और महापौर श्रीमती चौबे व उनकी टीम इसीलिए स्कूल पहुंची थी। इस अवसर पर उन्होने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित करते हुए कहा कि यह केवल आपके स्कूल ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के लिए भी गौरव की बात है।
सामाजिक अंकेक्षण के लिए पहुंची टीम का मकसद यह भी था कि शासन की योजनाओं का कितना लाभ इन स्कूली बच्चों को मिल पा रहा है। श्रीमती चौबे ने नियमित शिक्षा के अलावा खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े लगभग 20 सवाल किए। शाला की ग्रेडिंग के लिए इस प्रकार का अंकेक्षण किया जाता है। स्कूल के सवार्गीण विकास के लिए उन्होने अपनी ओर से कुछ सुझाव भी शाला विकास समिति के समक्ष रखे। सामाजिक व जीवनोपयोगी गतिविधियों के बारे में विभिन्न आयोजनों के माध्यम से अवगत कराया जाना चाहिए। साथ ही शिक्षा के स्तर में और किस प्रकार सुधार किए जा सकते हैं यह भी बताया। उन्होंने छात्रों को इस स्कूल के गौरवशाली इतिहास के बारे में भी बताया कि कई बड़ी हस्तियां इस स्कूल से अध्ययन कर निकले और विभिन्न क्षेत्रों में उच्च मुकाम हासिल किया। आपके लिए भी अवसर हैं आप उन्हें अपना पथ प्रदर्शक मानते हुए लक्ष्य लेकर चलें और जीवन में सफल हों।
माधवराव सप्रे उच्चतर माध्यमिक शाला विकास समिति की ओर से आयोजित खेल सम्मान समारोह में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित करते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ खेल भी जरूरी है, स्वस्थ रहेंगे तो पढ़ाई भी अच्छी कर पायेंगे। इसके लिए उन्होने शाला विकास समिति के सदस्यों को बधाई भी दी। इस अवसर पर शाला विकास समिति के अध्यक्ष हरख मालू, पार्षद मुरली शर्मा, प्राचार्य डा. अनुपमा श्रीवास्तव, शाला विकास समिति के सदस्य संतोष सोनी व प्रमीत नियोगी भी उपस्थित थे।







