दुर्गा ज्वेलर्स लूट में शामिल तीन आरोपी हथियार व 12 लाख के जेवरात के साथ गिरफ्तार

सुकमा। जिला मुख्यालय में गुरुवार रात हुई दुर्गा ज्वेलर्स लूट का सुकमा पुलिस ने महज तीन घंटे के अंदर पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों अंकित राय, पिता गोपाल राय निवासी कुम्हाररास वार्ड 15, सुकमा, कोमल सिंह, पिता ब्रह्मा सिंह एवं आर्यन रैपुरिया, पिता चंदन सिंह दोनो निवासी रठियापुरा, भिंड (म.प्र.) को गिरफ्तार कर तीनों आरोपियों के कब्जे से 12 लाख रुपए के जेवरात, घटना में इस्तेमाल पिस्टल और चाकू, बाइक, 4 मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं। इस घटना का मास्टरमाइंड अंकित सरकार है, जो गांजा तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ है। अंकित ने दो दोस्तों को मध्यप्रदेश के भिंड जिले से बुलाकर लूट की वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 4 दिसंबर की रात लगभग 8:30 बजे दो नकाबपोश युवक सुकमा मेन रोड स्थित दुर्गा ज्वेलर्स में पिस्टल और चाकू दिखाकर दुकानदार को धमकाते हुए आभूषण लूटने लगे। इसी दौरान स्थानीय लोगों की सजगता से एक आरोपी मौके पर ही जेवरात के साथ पकड़ लिया गया, जबकि दूसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक सुकमा किरण चव्हाण मौके पर पहुंचकर विशेष दल गठित करते हुए प्रमुख रास्तों पर नाकेबंदी करा दी. इसके बाद सुकमा पुलिस की घेराबंदी और तलाशी अभियान के चलते भाग रहे आरोपी को भी पकड़ लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस लूट का मास्टरमाइंड अंकित सरकार है, जो सुकमा का ही निवासी है। अंकित ने अपने दो दोस्तों कोमल सिंह और आर्यन रैपुरिया (दोनों निवासी भिंड, मध्यप्रदेश) को लूट के लिए बुलाया था। तीनों ने 3 दिनों तक लगातार ज्वेलर्स दुकान की रेकी की और अंकित के किराए के कमरे में पूरी प्लानिंग बनाई। वारदात की रात अंकित मोटर साइकिल से दुकान के आस-पास घूमकर पुलिस की मूवमेंट पर नजर रखता रहा और घटना के बाद अपने साथियों को भागने में मदद करने वाला था, लेकिन पुलिस की तत्परता ने उनकी पूरी योजना ध्वस्त कर दी। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने वाली टीम में एएसपी रोहित शाह, एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार, डीएसपी रविकांत सहारे, डीएसपी केके बाजपेई, डीएसपी मोनिका श्याम, थाना प्रभारी सुकमा शिवानंद तिवारी, प्रभारी छिंदगढ़ रंजीत सिंह, नक्सल सेल प्रभारी रोशन सिंह, सायबर सेल प्रभारी प्रमोद कश्यप व अन्य स्टाफ का योगदान रहा।







