सिंधी स्टूडेंट्स सम्मेलन में युवाओं को मिला सुनहरे भविष्य के लिए मार्गदर्शन

रायपुर। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के तत्वावधान में सुहिणी सोच संस्था द्वारा मेक ऑडिटोरियम, समता कॉलोनी में सिंधी स्टूडेंट्स सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सिंधी युवाओं को शिक्षा, अवसर, सभा, संस्कार, समाज, मनोरंजन और उत्साह से भरा एक दिन प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया था, जिसका सफल संयोजन सीए चेतन तारवानी ने किया। भविष्य की राहें: प्रेरणा और बुद्धिमत्ता का संगम कार्यक्रम की शुरुआत पूजनीय संत डॉ. युधिष्ठिरलाल पूज्य शदानी दरबार के द्वारा दीप प्रज्वल से हुई। युवाओं के भविष्य को दिशा देने के लिए कई महान हस्तियों ने मार्गदर्शन किया। राजेश वाधवानी ने सिंधु घाटी सभ्यता का इतिहास बयान किया और बताया कि आधुनिक युग में जो विकास हुआ है वह सिंधु घाटी सभ्यता से विकसित हुआ है, सिंधी भाषा और विभाजन की गाथा का वर्णन भी साझा किया।

छतीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स से गोविंद वाधवानी ने कहा कि भविष्य में समाज में किसी तरह की कुरीतियों का सामना न पड़ जाए इसलिए लवजिहाद के जाल को स्पष्ट किया। ट्रेनर निधि बुधवानी ने बताया कि स्टार्टअप एक पावरफुल करियर ऑप्शन है जहां छोटा आइडिया भी बड़ा इंपैक्ट क्रिएट कर सकता है। आज के युथ को सिर्फ ट्रेडिशनल कैरियर तक सीमित रहने की जरूरत नहीं रही। एआई रोबोटिक डिजिटल स्किल ग्रीन एनर्जी सब्सटेंसआर्किटेक्चर जैसे मैं फील्ड भी फ्यूचर की टॉप अपॉर्चुनिटी है। ट्रेनर सुरक्षा तारवानी ने सिंधी भाषा का महत्व बताते हुए बच्चों को समझाया कि अगर बच्चे आपस में अपनी भाषा में बात करते हैं तो इससे उनका और अभिभावक के संबंधों में घनिष्टता बढ़ती है और अपनी मीठी बोली सिंधी को हम पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ा सकते है। छतीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स से गोविद वाधवानी ने कहा कि भविष्य में समाज में किसी तरह की कुरीतियों का सामना न पड़ जाए इसलिए लव जिहाद के जाल से बचना चाइए । मोटिवेशनल ट्रेनर आँचल पंजवानी ने अपने प्रेरक भाषण में युवाओं को जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विशेष रूप से ष्टष्ठरु्र कम्फर्ट डिसकम्फर्ट लर्न एन्ड अप्लाई फॉर्मूला को अमल में लाकर सफलता के शिखर को प्राप्त करने की विस्तृत गाइडलाइन दी।
पैनल डिस्कशन: जिज्ञासाओं का समाधान
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था अनुभवी मार्गदर्शकों के साथ पैनल डिस्कशन, जिसने बच्चों के मन में उठ रहे कई महत्वपूर्ण सवालों का समाधान किया।
नेहा सोलामन ट्रेनर एवं पर्सनालिटी लेवल-अप कोच ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को स्पष्ट किया कि सफलता के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर होना आवश्यक है।
राजीव मसंद ने इकीगाई बुक के महत्व पर जोर दिया, जिसके माध्यम से शिक्षार्थी अपने भविष्य के लिए सही करियर लाइन का चुनाव कर सकते हैं।
आर्यन सुंदरानी अभिनेता एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए छोटे-छोटे कंटेंट बनाकर युवा आसानी से एक्टिंग क्षेत्र में प्रवेश पा सकते हैं और अपनी पहचान बना सकते हैं।
पंकज सेतपाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सफलता कभी रातोंरात नहीं मिलती; इसे पाने के लिए जमीन-आसमान एक करना पड़ता है और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है।
शिखा आहूजा सिविल सर्विसेस एक्सपर्ट ने सिविल सर्विसेज के क्षेत्र में सिंधी समाज के व्यक्तियों की उपस्थिति के महत्व पर बल दिया।

पैनल डिस्कशन में उपस्थित सभी जिज्ञासुओं ने अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया, और अंत में सुहिणी सोच संस्था के सदस्यों द्वारा सभी पैनल फैकल्टी का मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। संगीत और उत्साह का माहौल शाम 4 बजे से सिंधी रॉक स्टार ग्रुप विशाल भगत द्वारा शानदार संगीतमय धमाल का आयोजन किया गया, जिसने पूरे वातावरण को उत्साह और मनोरंजन से भर दिया। कार्यक्रम का मुख्य ध्येय ‘आओ मिलकर बनाएँ- गौरवमयी सिंधी पहचानÓ पूरी तरह सफल रहा।
लकी ड्रा और समापन
कार्यक्रम के अंत में राजिम, बिलासपुर, नवापारा, तिल्दा और शदानी दरबार, रायपुर, भाटापारा से आए बच्चों के लिए पाँच लक्की ड्रा भी निकाले गए,वही जूही दरयानी द्वारा एक नाट्य प्रस्तुति दी गई जिसमें मोबाइल के ओवरयुस के नकारात्मक प्रभाव का मैसेज दिया। फाउंडर मनीषा तारवानी व अध्यक्ष दीक्षा बुधवानी ने इस सफल आयोजन में सिंधी छात्रों को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और सचिव पूनम बजाज ने छात्रों को एक नई दिशा को ओर बढऩे का मार्ग प्रशस्त किया। कार्यक्रम का संचालन निर्देशक गण पल्लवी चिमनानी माही बुलानी मुस्कान लालवानी ईशानी तोतलानी दृष्टि मंगलानी जूही दरयानी महक होतवानी रेनु कृष्णानी मनीषा रामानी तथा आरती मयानी द्वारा संचालित किया गया एवं कार्यक्रम से जुड़ी सारी जानकारी मीडिया प्रभारी कविता नारा द्वारा प्रदान की गई।







