डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस बताती है कि राज्य अब नक्सलवाद-मुक्त होने की दिशा के निर्णायक मोड़ पर – कश्यप

रायपुर। डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस को लेकर छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ पिछले कई दशकों से नक्सलवाद का दर्द झेल रहा था, लेकिन अब परिस्थितियां बदल रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य अब नक्सलवाद-मुक्त होने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है और डीजीपी कॉन्फ्रेंस इस बदलाव को और मजबूती देती है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि नक्सलवाद खत्म होने की ओर है, कई क्षेत्र नक्सल-मुक्त हो चुके हैं। यह कॉन्फ्रेंस बताती है कि हम निर्णायक मोड़ पर हैं।
कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपना रजत जयंती वर्ष भी मना रहा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह लगातार छत्तीसगढ़ को अपनी प्राथमिकता में रख रहे हैं। मंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ किसी छोटे राज्य की तरह नहीं, बल्कि एक विकसित और सक्षम राज्य के रूप में उभर चुका है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का लगातार तीन दिनों का दौरा यह साबित करता है कि छत्तीसगढ़ अब हर दृष्टि से तैयार है।
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल पर मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के पास में कोई विषय नही है। मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद पर काम किया है। हमारे शीर्ष नेतृत्व के मार्गर्दशन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जिस तरीके से नक्सलवाद पर काम किया है, उससे जवानों का मनोबल कई गुना बढ़ा है। उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा बल आज उन क्षेत्रों में भी कार्रवाई कर पा रहे हैं, जहां पहले प्रवेश करना भी मुश्किल था। कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के बीच उठे विवादों पर टिप्पणी करते हुए केदार कश्यप ने कहा कि, कांग्रेस के शीर्ष नेता अपने ही नेताओं को डोमिनेट करने में लगे हुए हैं। कर्नाटक से लेकर छत्तीसगढ़ तक कांग्रेस में गुटबाजी स्पष्ट दिख रही है और यह गुटबाजी अब चरम पर पहुंच चुकी है। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस के भीतर और उथल-पुथल देखने को मिल सकती है।







