छत्तीसगढ़ में शिक्षा कर्मचारी आंदोलन और विकास परियोजनाओं की नई पहल
छत्तीसगढ़ में शिक्षा, कर्मचारी आंदोलन और विकास परियोजनाओं की नई पहल सुर्खियों में हैं। दंतेवाड़ा में युक्तियुक्तकरण के बाद बेरोजगार हुए 166 अतिथि शिक्षकों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। इन शिक्षकों का आरोप है कि वे 2014 से अंदरूनी नक्सल क्षेत्रों में लगातार सेवा दे रहे हैं, लेकिन इस वर्ष केवल 105 शिक्षक ही नियुक्त हुए हैं। वहीं, कोंडागांव में कानून-व्यवस्था मजबूत करने पुलिस ने अवैध गतिविधियों और यातायात उल्लंघन पर सख्ती शुरू की, जिसमें गांजा तस्करी और अवैध शराब बिक्री में कई आरोपी गिरफ्तार किए गए। जगदलपुर में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने तीन दिन तक सरकारी कामकाज बंद करने और मांगों की अनदेखी पर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया। इसके अलावा, केशकाल और भंडार सिवनी में नए स्कूल भवनों का भूमिपूजन किया गया, जिससे ग्रामीण छात्रों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं मिलेंगी। बस्तर संभाग के विकास के लिए 2.97 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई, जिससे पुलिया, सड़क, सामुदायिक भवन और हाईमास्ट लाइट जैसी परियोजनाओं का निर्माण होगा। नारायणपुर में वनमंत्री केदार कश्यप ने धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण कर किसानों से बातचीत की और खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस प्रकार, राज्य में शिक्षा, कर्मचारी हितों और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।







