बाल दिवस पर छात्रा बनी प्रतीकात्मक कलेक्टर

जांजगीर-चांपा। अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर जिले में यूनिसेफ और पुलिस प्रशासन की पहल से 12वीं कक्षा की छात्रा दीक्षा सारथी को 15 मिनट के लिए जांजगीर-चांपा का कलेक्टर बनाया गया। कलेक्टर की कुर्सी संभालने के बाद दीक्षा ने तीन प्रस्ताव लागू करने के निर्देश दिए: डिजिटल फास्टिंग को बढ़ावा देना, जिले को पॉलिथीन मुक्त बनाना और “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करना। इस अनुभव ने न केवल दीक्षा बल्कि अन्य छात्राओं में भी यूपीएससी पास कर आईएएस बनने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने कहा कि छात्राओं को नेतृत्व का अवसर देना बेहद महत्वपूर्ण है। निजी स्कूल में पढ़ने वाली दीक्षा ने इससे पहले कभी कलेक्टर से सीधे मुलाकात नहीं की थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर जिले का प्रतीकात्मक काम संभालने का अवसर मिलने पर उसने UPSC पास कर आईएएस बनने का लक्ष्य तय किया।







