Madhya Pradesh

भोपाल में 30 साल पुराने फर्जी स्टांप घोटाले का खुलासा

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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 30 साल से चल रहे फर्जी स्टांप कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। गिरोह मृत वकीलों की मुहर का इस्तेमाल कर स्टांप का फर्जीवाड़ा करता था। इसमें स्टांप वेंडर और वकील शामिल थे। आरोपी उपयोग किए गए स्टांप के प्रिंट को केमिकल से मिटाकर दोबारा वेंडर को बेचते थे और वकीलों की मदद से नोटरी में उनका दोबारा इस्तेमाल कर रहे थे।

पुलिस ने तीन स्टांप वेंडर, दो वकील और दलाल सहित कुल 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। आरोपियों के पास लाखों रुपए के फर्जी स्टांप टिकट भी बरामद हुए हैं। मामले में प्रीतम प्रजापति, नरेश सहरिया, आरिफ अफजल अली और जतिन साहू को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

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