सहकारी प्रबंधक-ऑपरेटराें की हड़ताल से जिले के कई केंद्राें पर नहीं शुरु हुई धान खरीदी

कांकेर। जिले में धान खरीदी केंद्र के सहकारी प्रबंधक और ऑपरेटर की हड़ताल में जाने से कांकेर जिले में धान खरीदी पूरी तरह ठप्प हो गया है। कई जगहों पर दो दिन बाद भी धान खरीदी शुरू नही हो पाई है। हालांकि वैकल्पिल व्यवस्था के लिए राजस्व और कृषि कर्मचारियों का धान खरीदी केंद्र में ड्यूटी लगाया गया था, लेकिन उन्होंने भी हाथ खड़ा कर दिया है। कांकेर जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव पटौद धान खरीदी केंद्र कचरा केंद्र के रूप में तब्दील हो गया है, यहां अब तक कोई साफ सफाई नहीं हुई है। किसान खरीदी केंद्र टोकन कटाने आ रहे हैं, लेकिन मायूस होकर वापस लौट रहे हैं। इच्छापुर धान खरीदी केंद्र का भी यही हाल है। केंद्र खुला तो है, लेकिन सफाई अब तक नहीं हुई है। जिले के बहुत से धान खरीदी केंद्रों में यही हाल है।
पटवारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष संजय का कहना है कि पटवारियों का धान खरीदी केंद्र में ड्यूटी लगाया गया है, जो गलत है। पटवारी प्रबंधकीय कार्य नही कर सकते है। इस संबंध में हमने प्रशासन को आवेदन दे दिया है। अगर ऐसी ही स्तिथि रही तो प्रान्तीय संगठन जो निर्णय लेगा उसके अनुसार आगे का कार्य किया जाएगा।







