जीएसटीआर 9C में सीए सर्टिफिकेशन की जरूरत नहीं, नियत तिथि पर जमा नहीं करने पर 50000 पेनाल्टी – सीए खनूजा

रायपुर। तारवानी एंड एसोसिएट्स द्वारा आयोजित आर्टिकल स्टडी मीट में सीए जितेंद्र खन्नूजा ने सत्र में GSTR-9 और GSTR-9C में हुए महत्वपूर्ण बदलावों को समझाया। जिसमें विशेष रूप से टेबल 4 और 5 को कवर किया गया जो आउटवर्ड लाइएबिलिटी से संबंधित हैं। इसके साथ ही टेबल 6 और टेबल 7 पर भी विस्तृत चर्चा हुई, जिनमें ITC और ITC Reversal के प्रावधान शामिल हैं। सर ने टेबल 8 के माध्यम से GSTR-2A और GSTR-9 के ITC Reconciliation की प्रक्रिया को भी स्पष्ट किया, साथ ही यह भी समझाया कि टेबल 9 में करदाता अपनी Additional Tax Liability की सही गणना कैसे कर सकते हैं। CA जितेंद्र खन्नूजा ने यह महत्वपूर्ण स्पष्टीकरण दिया कि यदि टेबल 7J और GSTR-3B के आंकड़े मेल नहीं करते हैं, तो यह चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि यह हालिया संशोधन का हिस्सा है और यह असंगति वास्तव में GSTR-9 को सही प्रकार से तैयार करने में सहायता करती है।महत्वपूर्ण रूप से, प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि यदि करदाता GSTR-9C फाइल नहीं करता है, तो इस पर विभाग द्वारा ₹50,000 की पेनल्टी लग सकती है। सत्र में उपस्थित प्रतिभागियों ने इसे अत्यंत जानकारीपूर्ण, व्यावहारिक और उपयोगी बताया।
सत्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट और आर्टिकल्स ने भाग लिया, जिनमें सीए चेतन तारवानी, सीए सिद्धांत माखीजा , सीए सुरक्षा तारवानी, अर्पना नायक, रुपाली सोनी, मुस्कान शर्मा, नाज़िया , उपासना देवनानी, तुषार सिंह राजपूत, कशिश ऐलसिंघानी, कोमल राठी, साधना साहू, मनीष असलानी, देवेश गिधवानी, मुस्कान नारा, आर्ची नानवानी, यक्षा चावला, प्रशांत माथानी, उत्कर्ष चंदक और प्रियांशु सिंह उपस्थित थे।
कार्यक्रम की संयोजक साधना साहू ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया और सम्मानित वक्ताओं के योगदान की सराहना की। यह बैठक एक समृद्ध अनुभव साबित हुई, जिसमें ज्ञान का आदान-प्रदान और नेटवर्किंग का अवसर मिला। उपस्थित लोग शारीरिक भाषा और संचार कौशल को सुधारने के लिए व्यावहारिक जानकारी के साथ कार्यक्रम से बाहर निकले, जिससे वे किसी भी पेशेवर माहौल में एक मजबूत छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।







