एसआईआर को लेकर आयोग के दावे संदेहास्पद – कांग्रेस

रायपुर। अभी तक अधिकांश मतदाताओं तक बीएलओ नहीं पहुंचे है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि आयोग की तरफ से ऐसा दावा किया जा रहा की उनकी तरफ से बीएलओ ने 80 प्रतिशत मतदाताओं तक प्रपत्र पहुंचा दिया गया है जबकि हकीकत है कि अभी 25 प्रतिशत भी मतदाताओं तक फार्म नहीं पहुंचा है। आयोग इस प्रकार के आंकड़े अखबारों में क्यों छपवा रहा। अभी बीएलओ सभी मतदाताओं तक नहीं पहुंचे है। यह भी शिकायते आ रही कि बीएलओ घर-घर जाने के स्थान पर मुहल्ले में एक स्थान पर या स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रो में बैठकर फार्म वितरित कर रहे है।
बैज ने कहा कि आयोग द्वारा मतदाता से सफेद बैकग्राउंड में पासपोर्ट फोटो खिंचवा कर जमा करवाने की अनिवार्यता की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में सफेद बैकग्राउंड में फोटो खिंचवाने में भी परेशानी आ रही। आयोग मतदाताओं की फोटो खींचने की व्यवस्था स्वयं करे।
बीएलओ जब मतदाता के घर जाए तो उनसे वहां पहुंचने का पुष्टि प्रमाणपत्र हासिल करे। इस बात को कांग्रेस बार बार उठा रही लेकिन आयोग कुछ जवाब नहीं दे रहा। आयोग के 80 प्रतिशत फार्म पहुंचने के दावे के बाद तो यह और भी जरूरी हो गया कि बीएलओ मतदाता के घर पहुंचा है यह आयोग सुनिश्चित करे।
बैज ने कहा कि दस्तावेज जमा करने और सत्यापन के लिए मतदाता को दी जा रही। समय सीमा 1 माह अपर्याप्त है। वर्तमान में राज्य में धान कटाई का समय चल रहा उसके बाद धान बेचने किसानों को सोसायटी में जाना पड़ता है, अतः यह समय बढ़ाना आवश्यक है। छत्तीसगढ़ जैसे राज्य जहां चुनाव में पर्याप्त 3 साल का समय है, वहां यह जल्द बाजी क्यों? अतः इस समय सीमा को बढ़ा कर न्यूनतम तीन माह किया जाय ताकि कोई छूटे नहीं।







