निवेश के लिए छत्तीसगढ़ बना आकर्षण का केंद्र : चिमनानी

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सीए अमित चिमनानी ने अहमदाबाद इन्वेस्टर कनेक्ट में छत्तीसगढ़ को 33,321 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव और 15 हजार रोजगार मिलने को छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र के लिए स्वर्णिम उपलब्धि बताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की सुविचारित और सुस्पष्ट उद्योग नीति ने छत्तीसगढ़ को निवेशकों के लिए सम्भावनाओं का एक व्यपक धरातल प्रदान किया है। श्री चिमनानी ने कहा कि प्रदेश में नक्सलियों के खात्मे के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र में विकास की रफ्तार ने तेज गति पकड़ी है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने बुधवार को यहाँ एकात्म परिसर में प्रेस ब्रीफ में पत्रकारो से चर्चा करते हुए कहा कि अहमदाबाद इन्वेस्टर कनेक्ट में निवेश के ये प्रस्ताव अनेक सेक्टर्स के लिए मिलना यह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ अब चहुँमुखी विकास की दिशा में बढ़ने जा रहा है। थर्मल पावर, ग्रीन स्टील, फार्मा, मेडिकल फूड सप्लीमेंट, सोलर सेल और सेमिकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में निवेश होगा। इससे स्थानीय स्तर पर लगभग 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेश की इच्छा जताने वालों में वाडीलाल ग्रुप भी है। एक ओर जहाँ छत्तीसगढ़ में निवेश के ये प्रस्ताव मिल रहे थे और दूसरी ओर डीपीआईआईटी की रैंकिंग में टॉप अचीवर का अवार्ड मिलना भी छत्तीसगढ़ की बहुत बड़ी उपलब्धि है। श्री चिमनानी ने कहा कि छत्तीसगड़ में निवेश और अवार्ड कभी सपना था, लेकिन आज यह स्वप्न साकार हो गया है। यह गौरव का विषय है। छत्तीसगढ़ अब ताम्बा (कॉपर) उत्पादक ही नहीं, अपितु उसका निर्यात करने वाला प्रदेश बन गया है। इन निवेश प्रस्तावों से प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र का उत्पादन बढ़ेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य का राजस्व भी बढ़ेगा। श्री चिमनानी ने स्पष्ट किया कि प्रदेश की उद्योग नीति में यह स्पष्ट है कि यहाँ उद्योग लगाने वाली कम्पनियों के लिए स्थानीय युवकों को ही रोजगार देना अनिवार्य होगा। इस लिहाज से अब प्रदेश में 15 हजार रोजगार स्थानीय युवकों को मिलेगा।
चिमनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 22 महीनों में 350 से अधिक सुधार किए हैं, जिनसे उद्योग स्थापित करना और अधिक सुगम हुआ है। राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से आवश्यक अनुमतियाँ अब त्वरित रूप से जारी की जा रही हैं। छत्तीसगढ़ देश में कोयला उत्पावन में दूसरे स्थान पर है और हाल ही में आयोजित एनर्जी समिट में 3.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। राज्य में थर्मल, हाइडल, सोलर और वन-आधारित उद्योगों की विशाल संभावनाएं मौजूद हैं। नवा रायपुर को आईटी और एआई डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहाँ सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र की कंपनियों निवेश में विशेष रुचि दिखा रही है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा प्रदान किया गया है. जिससे हारिपटैलिटी और वेलनेस सेक्टर में भी निवेश की नई संभावनाएं खुली हैं। श्री चिमनानी ने त्योहारी सीजन में हुई रिकॉर्ड वाहन बिक्री का जिक्र कर कहा कि प्रदेश में इस बार त्योहारी सीजन नवरात्रि से लेकर धनतेरस तक रिकॉर्ड तोड़ एक लाख 75 हजार वाहन बिके। इसके पहले कभी भी इतने वाहन नहीं बिके थे। बीते साल डेढ़ लाख वाहन भी नहीं बिके थे। इसी के साथ अक्टूबर में भी रिकॉर्ड सवा लाख से ज्यादा वाहन बिके। वाहनों के बिकने की रफ्तार इस बार ज्यादा होने का सबसे बड़ा कारण जीएसटी कम होना एवं राज्य सरकार की नीतियां है।







