लोधी समाज ने रजत जयंती समारोह में दिखाई ताकत, देश भर से जुटी बिरादरी

रायपुर। लोधी क्षत्रिय समाज रायपुर (छत्तीसगढ़) इकाई ने रजत जयंती समारोह के बहाने सामाजिक एकजुटता की ताकत दिखाई जब देश के विभिन्न प्रांतों से भी बिरादरी के लोग इसमें शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया है कि समाज की यह एकजुटता ही हमारी पहचान है और हम अवंति बाई लोधी के वशंज हैं, उनके बताये मार्ग पर चलते हुए सेवा व संस्कार के ऐसे आयोजनों के माध्यम से आगे बढ़ेगे। दीवाली मिलन, युवक – युवती परिचय सम्मेलन, स्मारिका विमोचन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सभी ने मंच साझा किया।

यह आयोजन कुम्हारी टोल प्लाजा के पास निर्माणाधीन समाज के भवन लोधेश्वरधाम में हुआ। खारुन नदी के तट पर तेजी से निर्मित हो रहे सामाजिक भवन लोधेश्वर धाम को लेकर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक (एटा यूपी) विपिन वर्मा ने कहा कि मध्यभारत का पहला दर्शनीय धाम होगा लोधेश्वरधाम,जिस भव्यता के साथ यह बन रहा है यादगार पहचान स्थापित करेगी और इसके निर्माण में कोई कमी नहीं आयेगी इसलिए कि इसके पीछे पूरा समाज खड़ा है। कोटा राजस्थान से पहुंचे उपाध्यक्ष हरपाल सिंह लोधा ने भी समाज की इतनी बड़ी मौजूदगी की प्रशंसा की। आगरा से आए समाज के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राकेश सिंह लोधी ने भी संबोधित किया। बालाघाट की विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने कहा कि नारी शक्ति के लिए अवंति बाई लोधी की जीवनी प्रेरणादायी है। फरीदाबाद से आए समाजसेवी लाफन सिंह लोधी ने झंडा सत्याग्रह पर प्रकाश डाला। बिल्हा बिलासपुर के जयप्रकाश लोधी ने संगठन के बारे में जानकारी दी। स्वागत भाषण समाज के छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष सुरेश सुलाखे ने दिया व मंच संचालन सचिव प्रहलाद दमाहे ने किया।

पूरे आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा वृंदावनधाम से पधारे कथावाचक लोधी ममता किशोरी जी की अमृतवाणी भजन व सत्संग,जिसने स्वजातीय मातृ शक्ति को झूमने मजबूर कर दिया। पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया। युवक युवतियों ने मंच पर परिचय सम्मेलन के माध्यम से अपनी जानकारी दी। बता दें कि समाज के कई रिश्ते पिछले आयोजनो के माध्यम से बने हैं। कन्हैया लोधी व उनकी टीम ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। आमगांव महाराष्ट्र से वरिष्ठ अधिवक्ता येशुराम उपराड़े, लोधी सुनिता जंघेला (मंडला), गंडई से सौरभ जंघेल, लोधी उत्तम वर्मा, लोधी राजेश्वर नागपुरे, लोधी ज्ञानिराम मच्छिरके, लोधी यशवंत लिल्लारे, लोधी सुमेर सिंह ठाकुर, लोधी जे एल कचलरिया, लोधी डी एल जंघेला, लोधी बेनीराम जंघेला, लोधी एच डी ढेकवारे, लोधी एन के दशहरे सहित सैकड़ों की संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे।







