Chhattisgarh

अरपा नदी में बढ़ता प्रदूषण

Share

अरपा नदी में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए बनाए जा रहे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण समय पर पूरा नहीं हो सका है। इस देरी पर बिलासपुर नगर निगम ने ठेका कंपनी श्रद्धा कंस्ट्रक्शन पर 2.22 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई है और जल्द काम पूरा करने की चेतावनी दी है। फिलहाल शहर के लगभग 70 नालों से करीब 135 एमएलडी गंदा पानी बिना ट्रीटमेंट के सीधे अरपा नदी में छोड़ा जा रहा है। निगम की रिपोर्ट के अनुसार, 110 एमएलडी गंदा पानी ग्यारह बड़े नालों के जरिए नदी में पहुंचता है, जिससे जल प्रदूषण बढ़ रहा है। मंगला से दोमुहानी तक लगभग 10.5 किलोमीटर की दूरी में नदी के दोनों किनारों से रिहायशी इलाकों का गंदा पानी लगातार बह रहा है। नगर निगम ने छह स्थानों पर एसटीपी निर्माण की योजना बनाई थी, जिनमें मंगला, कोनी और पचरीघाट शामिल हैं। मंगला में 10 एमएलडी और 6 एमएलडी क्षमता वाले दो एसटीपी क्रमशः 75 और 90 प्रतिशत तक तैयार हो चुके हैं, जबकि कोनी में 2 एमएलडी का काम अंतिम चरण में है। पचरीघाट में 1 एमएलडी का कार्य हाल ही में शुरू हुआ है। निगम का दावा है कि सभी एसटीपी मार्च 2026 तक तैयार हो जाएंगे, जिससे अरपा नदी के प्रदूषण में कमी आने की उम्मीद है।

GLIBS WhatsApp Group
Show More
Back to top button