“लालखदान ट्रेन हादसा: जांच जारी, चालक दल पर सवाल”
बिलासपुर जिले के लालखदान में हुए मेमू पैसेंजर और मालगाड़ी के भीषण हादसे की जांच में नए मोड़ आ गए हैं। कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) बीके मिश्रा ने दूसरे दिन मामले की जांच की कमान संभाली, जिसमें मेडिकल, रिलीफ, लोको और कंट्रोल रूम के अधिकारियों से सवाल-जवाब किए गए। मुख्य ध्यान असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज और गार्ड शैलेश चंद्र यादव पर है, जो अभी सिम्स अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रहे हैं। रेलवे यूनियन ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (एआईएलआरएसए) ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में तथ्यात्मक त्रुटियों और पूर्वाग्रह का आरोप लगाया है, जिसमें चालक दल को हादसे का दोषी ठहराया गया था। यूनियन ने कहा कि तकनीकी खराबी की वजह से सिग्नल हरा दिखाई दिया होगा, और दुर्घटना के दौरान स्पीड फ्लो चार्ट से पता चलता है कि आपातकालीन ब्रेक लगाने के बावजूद टक्कर नहीं टली। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने भी मृतक लोको पायलट को तुरंत दोषी ठहराने के फैसले की निंदा की है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।







