गोंड समाज ने मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट पर आरोप लगाया

डोंगरगढ़। धर्मनगरी डोंगरगढ़ का माहौल मां बम्लेश्वरी मंदिर को लेकर गर्माया हुआ है। नवरात्र की पंचमी से शुरू हुआ विवाद अब संगठित साज़िश के रूप में सामने आ रहा है। गोंड समाज का आरोप है कि मंदिर ट्रस्ट समिति मूलनिवासियों की आवाज़ दबाने और समाज को बांटने की कोशिश कर रही है।
पंचमी पूजा के दिन गर्भगृह में आंगादेव और राजपरिवार के राजकुमार के प्रवेश को लेकर विवाद हुआ था। गोंड समाज का कहना है कि मंदिर परंपरा में हमेशा से उनका स्थान रहा है, लेकिन ट्रस्ट अब “आस्था को रसूख में बदलने” की कोशिश कर रहा है। गोंड महासभा के अध्यक्ष रमेश उइके ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस को फर्जी बताते हुए कहा कि एमडी ठाकुर और अन्य लोगों ने ट्रस्ट के इशारे पर समाज को विभाजित करने की कोशिश की।
गोंड समाज ने चेतावनी दी कि वे अपनी परंपरा और सम्मान की रक्षा के लिए पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, “मां बम्लेश्वरी हमारी आराध्य देवी हैं और हमारी आस्था पर किसी का कब्ज़ा नहीं चलेगा। मंदिर जनता की आस्था का केंद्र है, किसी रसूखदार की निजी संपत्ति नहीं।”
समाज ने 8 नवंबर को डोंगरगढ़ तहसील में निर्णायक बैठक बुलाने और 15 नवंबर से आंदोलन की तैयारी करने की घोषणा की है।
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