मंत्री कश्यप के संवेदनशील निर्णय पर प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ ने जताया आभार

जगदलपुर । प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ छत्तीसगढ़ ने बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक (शिक्षा)राकेश पांडे को हटाए जाने पर वन, पर्यावरण एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप के प्रति आभार व्यक्त किया है। शिक्षक कल्याण संघके प्रदेश अध्यक्ष राजकिशोर तिवारी एवं महासचिव डेंसनाथ पांडे ने कहा कि मंत्री केदार कश्यप ने शिक्षकों की व्यथा को समझते हुए जिस संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय का परिचय दिया है, वह प्रशंसनीय है। यह निर्णय शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाने वाला है और यह संदेश देता है कि शासन में न्याय और संवेदनशीलता आज भी जीवित है। प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ उनकी इस पहल के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
संघ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश अध्यक्ष राजकिशोर तिवारी एवं महासचिव डेंसनाथ पांडे के नेतृत्व में संघ का एक प्रतिनिधि मंडल गत दिनों नवा रायपुर स्थित मंत्री निवास में मुलाकात कर बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक (शिक्षा)राकेश पांडे द्वारा शिक्षकों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार, मनमानी व तानाशाहीपूर्ण रवैये की शिकायत प्रस्तुत की थी। शिक्षकों को आकस्मिक निरीक्षणों के दौरान अपमानित व प्रताड़ित किए जाने की कई घटनाओं पर मंत्री को अवगत कराया गया था। मंत्री श्री केदार कश्यप ने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग को निर्देशित किया था, किंतु विभागीय स्तर पर कार्रवाई नहीं होने पर समस्त शिक्षक संगठनों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया था। इसके चलते सर्व शिक्षक संगठन ने 7 नवंबर को संभाग स्तरीय तालाबंदी व आक्रोश रैली की घोषणा भी कर दी थी। इसके पश्चात 3 नवंबर 2025 को बस्तर जिलाध्यक्ष कृष्णा बघेल के नेतृत्व में पुनः एक प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री केदार कश्यप से भेंट कर मामले की गंभीरता से अवगत कराया। मंत्री ने तत्काल शिक्षा सचिव से दूरभाष पर चर्चा कर नाराजगी व्यक्त की और संयुक्त संचालक(शिक्षा)राकेश पांडे को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। शिक्षा सचिव ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दिनांक 4 नवंबर 2025 को आदेश जारी कर राकेश पांडे को हटाकर एचआर. सोम को नया संयुक्त संचालक, बस्तर संभाग नियुक्त किया। इस निर्णय के बाद पूरे संभाग के शिक्षकों में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई। प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ ने मंत्री श्री केदार कश्यप का इस संवेदनशील निर्णय के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह निर्णय शिक्षकों की गरिमा की रक्षा और न्याय की जीत का प्रतीक है।
आभार प्रकट करने वालों में प्रदेश संगठन मंत्री शंभूनाथ नाग, प्रदेश सह सचिव चन्द्रभूषण ठाकुर, हितेंद्र बघेल, प्रदेश कोषाध्यक्ष मीरा ठाकुर, संभागीय अध्यक्ष अमलेश ठाकुर, संगठन मंत्री माया वैद्य, कोषाध्यक्ष रामाराम मंडावी, जिलाध्यक्ष यदुवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा (सुकमा), तीजुराम कुमेटी (नारायणपुर), अनिल साहू (कोण्डागांव), जनेंद्र डहरिया (कांकेर), के.डी. साहू (दांतेवाड़ा), लोकेश्वर चौहान (बीजापुर), नेत्री पाढ़ी (महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष), फरशुराम ठाकुर (जिला सचिव) सहित कुसनु बघेल, मसूराम मंडावी, रमादेवी पासवान, वृंदा सहगल, वृंदा ध्रुव, लखमी पटेल, आशानिधि आनंद, सूदन मौर्य, तुलसीराम साहू, सोमारू बघेल, महादेव सेठिया, मंगलूराम कश्यप, चैतराम भूआरे, रतूराम मंडावी, शिवराम नाग, जोड़ियाराम बघेल, सोनसिंह पटेल, थीबुराम बघेल आदि शामिल हैं।







