नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बदलेगा दिल्ली-NCR का भविष्य, दिसंबर से उड़ानें शुरू

दिल्ली-NCR क्षेत्र, जो अब लगभग 3.5 करोड़ की आबादी के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र बन चुका है, आने वाले वर्षों में टोक्यो को पीछे छोड़ सकता है। इस विकास की रफ्तार को और गति देने वाला सबसे अहम प्रोजेक्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) है, जो जेवर में तैयार हो रहा है। दिसंबर 2025 से यहां से व्यावसायिक उड़ानों की शुरुआत होने की संभावना है। शुरुआत में एक रनवे और एक टर्मिनल के साथ यह एयरपोर्ट सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता रखेगा, जिसे भविष्य में 7 करोड़ यात्रियों तक बढ़ाया जाएगा। यह परियोजना पूर्वी दिल्ली-NCR के मेरठ, मथुरा, गाजियाबाद और आगरा जैसे क्षेत्रों में विकास की नई संभावनाएं खोलेगी। एयरपोर्ट को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस किया जा रहा है, जिसमें स्पर्शरहित यात्रा, 3डी और बॉडी स्कैनर, वीआईपी टर्मिनल और सांस्कृतिक वास्तुकला शामिल हैं। केंद्रीय विमानन मंत्री राम मोहन नायडू के अनुसार, पहले चरण में 10 शहरों के लिए उड़ानों की शुरुआत होगी। NIA के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने इसे भारतीय गर्मजोशी और स्विस दक्षता का संगम बताया। इंदिरा गांधी हवाई अड्डे और नोएडा एयरपोर्ट मिलकर NCR क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर एक नई ऊंचाई देंगे।
