कांग्रेस में गुटबाजी के आरोपों पर बोले जीतू पटवारी: सर्वे के आधार पर हुआ चयन, कमलनाथ-दिग्विजय से मिल रहा पूरा सहयोग

मध्यप्रदेश कांग्रेस में जिला अध्यक्षों के चयन को लेकर उठे विवाद पर प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब अध्यक्षों का चयन स्थानीय नेताओं के बजाय सर्वे के आधार पर किया गया है, और यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है। जीतू पटवारी ने दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, कमलेश्वर पटेल और अरुण यादव के बयानों को सकारात्मक बताते हुए कहा कि कांग्रेस अब गुटबाजी से ऊपर उठकर सामूहिक नेतृत्व की ओर बढ़ रही है। उन्होंने दावा किया कि 2028 में कांग्रेस की सरकार 100 फीसदी बनेगी। वहीं, एमपी यूथ कांग्रेस में हुए सदस्यता अभियान को लेकर उन्होंने बताया कि 14.80 लाख सदस्यों में से करीब साढ़े चार लाख फॉर्म रिजेक्ट किए गए हैं।
जीतू पटवारी ने कहा कि पार्टी में कुछ लोग संगठन के संरक्षण से असंतुष्ट होकर अनुशासनहीनता कर रहे हैं, लेकिन पार्टी विचारधारा से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मीडिया कांग्रेस की छोटी-छोटी बातों को बड़ा रूप देती है। दूसरी ओर, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह का प्रभाव अब सिर्फ गुना तक सीमित रह गया है और मार्च 2026 तक कांग्रेस के कई चेहरे बदल दिए जाएंगे।
