“डोंगरगढ़ में पंचमी भेंट पर टकराव: परंपरा बनाम प्रबंधन का विवाद”

डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में नवरात्र के दौरान “पंचमी भेंट” की परंपरा को लेकर गोंड समाज और मंदिर ट्रस्ट के बीच उपजा विवाद अब गंभीर रूप ले चुका है। गोंड समाज का आरोप है कि मंदिर प्रशासन और ट्रस्ट जानबूझकर एक प्राचीन परंपरा को विवादित बना रहे हैं, जबकि “पंचमी भेंट” पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई थी। उनका कहना है कि खैरागढ़ रियासत काल से यह मंदिर राजपरिवार की कुलदेवी रहा है और राजकुमार भवानी बहादुर सिंह द्वारा पूजा अर्चना करना उनकी पारिवारिक परंपरा का हिस्सा है, जिसे जबरन पूजा कहना अनुचित है। वहीं मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि गर्भगृह की मर्यादा का उल्लंघन हुआ है और इस संबंध में उन्होंने प्रशासन से शिकायत भी दर्ज कराई है। इस पूरे मामले ने प्रशासन को बीच में ला खड़ा किया है, जहां एक ओर धार्मिक परंपराओं की रक्षा की मांग हो रही है, वहीं दूसरी ओर कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी है। गोंड समाज की चेतावनी है कि अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या उन्हें परंपरा निभाने से रोका जाता है, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि प्रशासन जल्द से जल्द मध्यस्थता कर ट्रस्ट और समाज के बीच संवाद स्थापित करे, जिससे हर साल उठने वाले इस विवाद का स्थायी समाधान निकाला जा सके और नवरात्र जैसे पवित्र पर्व की गरिमा बनी रहे।
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