जगद्गुरु रामभद्राचार्य का बयान: धर्मांतरण और नक्सलवाद का खात्मा, हिंदू राष्ट्र का सपना

कोरबा। जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी ने कोरबा प्रवास के दौरान पत्रकारों से बातचीत की और देश व धर्म से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से धर्मांतरण और नक्सलवाद दोनों का जल्द ही निर्मूलन होगा और हिंदू राष्ट्र बनने में कुछ देरी है, किंतु हिंदू राष्ट्र अवश्य बनेगा। अपनी आलोचना करने वालों पर उन्होंने तीखा वार करते हुए कहा कि “हाथी चले बाजार तो कुत्ते भौंके हजार”। उन्होंने वैदिक गुरुकुल की स्थापना की बात कही, जिसका लाभ ऑनलाइन माध्यम से पूरे देश को मिलेगा। इसके अलावा, उन्होंने जोगिया डेरा का नाम “कौशल्या धाम” रखने की घोषणा की और पत्रकारों को संवाद में संतुलन बनाए रखने की महत्ता याद दिलाई।
उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का श्रेय संतों को दिया और युवा संत आचार्य धीरेंद्र शास्त्री (बागेश्वर धाम) की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे उनके शिष्य हैं और अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि सनातन धर्म का प्रसार तेजी से हो रहा है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) के प्रति नाराजगी जाहिर की और कहा कि उन्हें दंड मिलेगा और “वे जल्द ही रिटायर होंगे, देखिएगा तब”। उन्होंने बताया कि वह चित्रकूट में वैदिक गुरुकुल की स्थापना कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ में भी वैदिक गुरुकुल स्थापित करने की इच्छा जताई। इस दौरान उन्होंने नव निर्मित मानस मंदिर को दिव्य और भव्य निर्माण बताया और कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रविवार को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आएंगे, तब वे उनसे राज्य और कोरबा को लेकर चर्चा करेंगे।
