छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे ग्रीन कॉरिडोर

NHAI ने ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान में लगाए 2.71 लाख पौधे
रायपुर: एक ओर देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने छत्तीसगढ़ में ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत 2 लाख से अधिक पौधे लगाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। NHAI न सिर्फ सड़कों का विस्तार कर रहा है, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्गों को ‘ग्रीन कॉरिडोर’ में भी बदल रहा है।

छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्गों में ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत NHAI ने निर्धारित लक्ष्यों से अधिक वृक्षारोपण किया है। रायपुर-विशाखापट्टनम (NH-130CD) परियोजना में सर्वाधिक 97,145 पौधे लगाए गए। इसके बाद महाराष्ट्र सीमा-दुर्ग-रायपुर-ओडिशा सीमा (NH-53) पर 46,141 पौधे, चांपा-कोरबा-कटघोरा (NH-149B) पर 23,020 पौधे, बिलासपुर-कटघोरा (NH-130) पर 16,847 पौधे, बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव (NH-130A) पर 14,400 पौधे तथा सिमगा-रायपुर-धमतरी (NH-30) परियोजना में 5,406 पौधे रोपे गए। इस तरह वर्ष 2025-26 में 15 सितंबर तक कुल 2,02,959 पौधे लगाये गए हैं।
मीडियन प्लांटेशन के तहत डिवाइडर पर पौधे लगाए गए, जबकि बाकी पौधे सड़क किनारे एवेन्यू प्लांटेशन के रूप में लगाए गए हैं, जिनमें बड़े फलदार और छायादार वृक्ष शामिल हैं। इसके अलावा पिछले वर्षों में क्षतिग्रस्त पौधों को बदलने के लिए 68,297 पौधों का रिप्लांटेशन भी किया गया, इस तरह कुल 2,71,253 पौधे लगाए गए।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी श्री प्रदीप कुमार लाल ने कहा कि ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ सिर्फ एक वृक्षारोपण अभियान नहीं है, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ी के लिए एक निवेश है। हमारा उद्देश्य सिर्फ सड़कों का निर्माण करना नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और सुन्दर पर्यावरण का निर्माण करना भी है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों में इस साल 2,02,959 नए पौधे लगाये गए हैं, जबकि 68,297 पौधों का रिप्लांटेशन किया गया है। साल 2025-26 में अब तक कुल 2,71,253 पौधे का वृक्षारोपण किया गया है।
