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बस्तर दशहरा: एक अनोखा और रहस्यमयी पर्व

बस्तर दशहरा एक अनोखा और रहस्यमयी पर्व है, जो मां दंतेश्वरी की आराधना, तांत्रिक विधियों और जनजातीय परंपराओं से जुड़ा है। यह पर्व 75 दिनों तक चलता है और इसमें 13 प्रमुख अनुष्ठान होते हैं।
बस्तर दशहरा की विशेषताएं:
- लंबा पर्व: यह विश्व का सबसे लंबा दशहरा पर्व है, जो 75 दिनों तक चलता है।
- तांत्रिक अनुष्ठान: इसमें तांत्रिक विधियों और रात्रि पूजन का महत्व है, जो अदृश्य शक्तियों को प्रसन्न करने के लिए किए जाते हैं।
- जनजातीय पुजारियों की भूमिका: इसमें ब्राह्मणों की जगह जनजातीय पुजारियों की भूमिका प्रमुख होती है।
- मावली की अनकही कड़ी: इसमें देवी मावली की विशेष भूमिका होती है, जिन्हें जंगल से लाकर दंतेश्वरी देवी के साथ बैठाया जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का निमंत्रण:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बस्तर दशहरा और मुरिया दरबार में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया गया है। वह 4 अक्टूबर को मुरिया दरबार में शामिल हो सकते हैं और जनता की समस्याएं सुन सकते हैं। ¹ ²
बस्तर दशहरा का महत्व:
बस्तर दशहरा न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक भी है। इसमें प्रकृति, जंगल और देवी के बीच के गहरे रहस्यात्मक संबंध को दर्शाया जाता है।
