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माली में आतंक का साया: JNIM के हमले से ईंधन संकट गहराया

डकार: माली में अल-कायदा से जुड़े आतंकी संगठन JNIM ने ईंधन सप्लाई रोकने के लिए ट्रकों पर हमले तेज कर दिए हैं। इस संगठन ने 2 हफ्ते पहले माली में पड़ोसी देशों से ईंधन आयात पर पाबंदी लगा दी थी और चेतावनी दी थी कि उनकी बात न मानने वाले ट्रक ड्राइवरों को निशाना बनाया जाएगा।
JNIM के हमलों के प्रभाव:
- करीब 100 फ्यूल ट्रकों को आग के हवाले कर दिया गया है, जिससे माली की नाजुक अर्थव्यवस्था पर गहरा खतरा मंडरा रहा है।
- ईंधन की कमी और बढ़ती कीमतों के कारण आम लोगों और कारोबारियों को परेशानी हो रही है।
- माली की सेना ने हमलों के बाद सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं और फ्यूल ट्रकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एस्कॉर्ट तैनात किए हैं ¹ ².
सैन्य सरकार के लिए चुनौती:
- JNIM के आतंकी इस पाबंदी के जरिए माली की सैन्य सरकार को कमजोर करना चाहते हैं।
- सरकार और सेना के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वे आतंकियों के हमलों को रोकें और ईंधन सप्लाई को सुरक्षित रखें।
- एक्सपर्ट्स का कहना है कि JNIM के आतंकी कारोबारियों और आम लोगों को सरकार से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि सरकार की साख और ताकत कम हो ².
माली की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव:
- माली की अर्थव्यवस्था काफी हद तक आयातित ईंधन पर निर्भर है।
- रोजाना 100 से ज्यादा फ्यूल टैंकर सेनेगल से माली में आते हैं, लेकिन अब यह आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
- सीमा पर सैकड़ों ट्रक ड्राइवर सेना की सुरक्षा और सड़कों पर हालात सुधरने का इंतजार कर रहे हैं।
