मंडी में रखी फसलें बारिश से हुई बर्बाद, किसान और व्यापारियों में आक्रोश

राजनांदगांव। कृषि उपज मंडी में बारिश से सैकड़ों क्विंटल दलहन-तिलहन की फसलें बर्बाद हो गईं। फसलें खराब होने से किसानों और व्यापारियों में आक्रोश है।मंडी परिसर में शेड और चबूतरे नहीं है। इसके कारण मूंग, चना, सरसों, मसूर, सोयाबीन, मक्का, बाजरा, रागी और अरहर जैसी फसलें खुले में पड़ी रहीं। जो बारिश में भीगकर ख़राब हो गई। इन्हें ढकने या सुरक्षित करने की व्यवस्था भी नहीं की गई।
व्यापारियों और किसानों का आरोप है कि उन्होंने मंडी अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दे दी थी। उन्होंने कहा कि मंडी परिसर जलभराव और डुबान क्षेत्र में स्थित है। जहां बारिश में बोरियों के भीगने की आशंका बनी रहती है।
व्यापारी चेतन जैन के अनुसार मंडी में 6500 क्विंटल चना, 6000 क्विंटल सरसों और 7000 क्विंटल मसूर समेत कई अन्य फसलें भीग गई हैं। यह नुकसान लाखों में है और इसके लिए मंडी प्रशासन ही जिम्मेदार है।
किसानों और व्यापारियों ने मंडी में पानी निकासी और पर्याप्त शेड की व्यवस्था करने की मांग की है।
