सीएजी ने स्काई वाक को बताया फिजूलखर्ची, प्रशासनिक और तकनीकी स्वीकृति बिना मंगाए टेंडर

रायपुर।बीते दिनों मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट पेश की। सीएजी ने न केवल राजधानी रायपुर में एक बार फिर से निर्माण शुरू किए जाने की वजह से चर्चा में आए स्काई वॉक को फिजूलखर्ची बताया है, बल्कि बिजली विभाग सहित अन्य विभागों की खामियों को उजागर किया है। नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में बताया गया कि स्काई वॉक के निर्माण की परियोजना को छत्तीसगढ़ शासन ने जल्दबाजी में शुरू की थी। परियोजना के लिए प्रशासनिक और तकनीकी स्वीकृति प्राप्त किए बिना निर्माण के लिए टेंडर बुलाया गया था।
यही नहीं कंसल्टेंट द्वारा टेंडर के पहले चरण का काम पूरे किए बिना ही कार्यादेश जारी कर दिया गया था। इससे काम पूरा होने में बाधा उत्पन्न हुई। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्काई वॉक के ड्राइंग डिजाइन में किए गए संशोधन में परियोजना की लागत बढ़ा दी। इससे इसके पूरा होने में और देरी हुई। जिसके कारण यह योजना अधूरी रह गई।
