ऑपरेशन सिंदूर को छिटपुट घटना बताने वाले खड़गे को जवानों का नाम लेने का हक नहीं: केदार कश्यप

रायपुर। छत्तीसगढ़ के वन और सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि किसानों व जवानों के आत्मसम्मान और संविधान की आत्मा को लहूलुहान करने वाली कांग्रेस आज उनके नाम पर राजनीतिक पाखण्ड का शर्मनाक प्रदर्शन कर रही है। श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस की राजधानी में किसान-जवान-संविधान जनसभा कांग्रेस के मिथ्या प्रलाप की एक नई सियासी कवायद से ज्यादा कुछ नहीं है।
प्रदेश के वन मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट को यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि अपने शासनकाल में कांग्रेस की भूपेश-सरकार ने हर कदम पर न केवल किसानों के साथ छलावा किया, अपितु किसानों के आत्मसम्मान को कुचलने में भी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने वादा करके भी किसानों को दो साल का बकाया बोनस नहीं दिया, धान खरीदी का पैसा किसानों को चार-चार किश्तों में ‘खानदान’ की चाटुकारिता करते हुए रुला-रुलाकर दिया, धान खरीदी के लिए बारदाना तक पर्याप्त संख्या में भूपेश सरकार मुहैया नहीं करा रही थी। जिस भूपेश-सरकार का पूरा कार्यकाल किसानों की आत्महत्या के कलंक से भरा हो, वह कांग्रेस आज किस मुँह से किसानों के नाम पर प्रलाप कर रही है? श्री कश्यप ने कहा कि केंद्र में भी जब तक कांग्रेस की सरकार रही, किसानों के लिए 55 सालों में एक भी कल्याणकारी काम नहीं किया, जबकि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार किसानों को उचित समर्थन मूल्य दे रही है, फसल बीमा योजना दे रही है, किसान सम्मन निधि दे रही है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर हर किसान से 21 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान खरीद रही है और धान की राशि एकमुश्त किसानों के खाते में जमा हो रही है।
प्रदेश के वन मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि जो खड़गे ऑपरेशन सिंदूर को छिटपुट ऑपरेशन बताकर सेना का मनोबल तोड़ने का काम करते हैं, जिनके नेतृत्व वाली कांग्रेस एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगती रही हो, नक्सलियों के समर्थन में बयान देती है, वो जवान की क्या बात करेंगे? श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस ने हर कदम पर देश और प्रदेश में जवानों का मनोबल हमेशा कम करने का काम किया है। प्रदेश में नक्सलबाद का खात्मा हो रहा है, जवान लड़ रहे हैं तब कांग्रेस एक तरफ नक्सलियों से अपना भाईचारा निभा रही है, वहीं दूसरी ओर जवानों का मनोबल गिराने का काम कर रही है। देश में सीमाओं की सुरक्षा और देश के स्वाभिमान के लिए लड़ रहे जवानों के प्रति कांग्रेस के लोगों की स्तरहीन टिप्पणियाँ देश भूला नहीं है। अब ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोलकर भारतीय सेना के शौर्य पर कांग्रेस सवाल उठा रही है।
