निर्माण सहित समस्त कार्यों के लिए जारी होगा ई-नोटिस और ई-चालान: निगम आयुक्त

रायपुर। राजधानी में अब नगर निगम से संबंधित कार्यों को और अधिक सुलभ, सहज और सुविधायुक्त बनाने के साथ कार्य में तीव्रता के लिए ई-चालान और ई-नोटिस जारी किया जाएगा। निगम आयुक्त ने निर्माण सहित समस्त कार्यों के लिए पक्षकारों को ई-नोटिस एवं ई-चालान जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
आयुक्त ने निर्देश दिया है कि ई-चालान की व्यवस्था प्रभावी तरीके से की जाए, तथा नगर निवेश विभाग द्वारा नक्शा स्वीकृति से लेकर दी जाने वाली सभी स्वीकृति एवं नोटिस को ऑनलाइन करवाने की व्यवस्था करवाएं। इस आधार पर उन सम्बंधित सभी निर्माण कार्यों की ऑनलाइन समीक्षा की जा सकेगी। इससे निर्माण कार्यों की प्रगति के संदर्भ में नगर निगम के अभियंताओं सहित आर्किटेक्ट द्वारा भी आवश्यक ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा सकेगी।

आयुक्त ने अधोसंरचना मद, संधारण मद, विधायक निधि, विविध निधियों के विकास कार्यो की सतत मॉनिटरिंग कर समयसीमा में गुणवत्ता सहित पूर्ण करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जनदर्शन, कलेक्टर जनदर्शन, निदान 1100, जनप्रतिनिधियों से प्राप्त जनसमस्याओं से सम्बंधित सभी आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए उनका निदान तुरंत करने के निर्देश दिए हैं।
आयुक्त ने कहा कि मुख्य मार्गों, बाजारों, शौचालयों में कहीं भी गंदगी और कचरा बिखरा हुआ नहीं दिखना चाहिए। यह मॉनिटरिंग करते हुए जोन कमिश्नर एवं जोन स्वास्थ्य अधिकारी प्राथमिकता के साथ करवा लें। आयुक्त ने सभी जोन कमिश्नरों को जोनवार जलभराव के क्षेत्रों की जानकारी देने के निर्देश दिए एवं जलभराव की समस्या ना हो, इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करने निर्देशित किया है। आयुक्त ने नगर निवेशक को निर्देश दिया कि मुख्य बाजारों में दुकानों के बाहर सडक पर सामान निकालकर रखने वाले दुकानदारों की दुकानों से सम्बंधित मुख्य सड़क मार्गों और जन असुविधा की वीडियोग्राफी करवाकर ई चालान की कार्रवाई संबंधितों पर लगातार करें।
नगर पालिक निगम आयुक्त विश्वदीप ने नगर निगम मुख्यालय महात्मा गाँधी सदन के तृतीय तल सभाकक्ष में समय सीमा बैठक लेकर अधिकारियों को विभिन्न कार्यों के संदर्भ में आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में अपर आयुक्त राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, यूएस अग्रवाल, पंकज शर्मा, विनोद पाण्डेय, कृष्णा खटीक, अधीक्षण अभियंतादव्य, उपायुक्तगणों, जोन कमिश्नरों, नगर निवेशक, स्वास्थ्य अधिकारी, कार्यपालन अभियंताओं, विभागों के प्रभारी अधिकारियों, जोन स्वास्थ्य अधिकारियों की उपस्थिति रही।
