इन स्कूलों का नाम बेहाल, जानें नाम कटवाने क्यों मजबूर है पालक

कवर्धा। जब प्रदेश व जिले में आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला गया तब कई निजी स्कूल के पालक अपने बच्चों को निजी स्कूल से निकालकर आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन कर दिए थे, लेकिन अब अचानक पालक पीएम श्री इंग्लिश मीडियम स्कूल से निकालने मजबूर हो रहे हैं।
सरकार बदलने के बाद आत्मानंद स्कूल सहित कुछ स्कूलों का नाम बदलकर पीएम श्री इंग्लिश मीडियम स्कूल कर दिया गया। लेकिन जिले के पीएम श्री स्कूलों का बुरा हाल है, यहां के पालक अब बच्चों को निकालकर दूसरे स्कूलों में एडमिशन करने का विचार बनाने लगे है। दरसअल पीएम श्री स्कूलों में स्कूल खुलने के 15 दिनों बाद भी पाठ्यपुस्तक नहीं आ पाया है। ऐसे में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई पूरी तरह ढप हो रही है। स्कूलों में पुस्तक नहीं होने व पढ़ाई प्रभावित होने के कारण बच्चों को स्कूल से निकलवाना चाह रहे है।
शासन से नहीं मिली पुस्तकें
इंग्लिश मीडियम की पुस्तकें शासन से पीएम श्री विद्यालय में उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन शासन से ही अब तक पुस्तकें नहीं मिली है, इसके कारण अब तक जिले के पीएम श्री विद्यालय में पुस्तकें वितरण नहीं हो सकी है। पीएम श्री स्कूल के प्रभारी लगातार पुस्तको की डिमांड अपने उच्च अधिकारियों को दे रहे हैं, लेकिन शासन से पुस्तक नही आने के कारण वितरण नही हो सका है।
पुस्तकें स्कैनिग के कारण लेट
इधर शासन ने हिन्दी मीडियम के पुस्तकें लेट से भेजी है। इसके कारण जिले के कई शासकीय हिंदी मीडिया की स्कूलों में पुस्तकों का वितरण नहीं हुआ है। वही शासन से पुस्तक वितरण के पहले सभी पुस्तकों का स्कैनिंग करने निर्देश दिए है इसके कारण कई स्कूल में पुस्तक अब तक वितरण नहीं हुआ है। इसके कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी व्य.डी. साहू ने बताया कि पीएम श्री इंग्लिश मीडियम की पुस्तकें शासन से प्राप्त नहीं हुआ है। इसके कारण स्कूलों में नहीं मिल पाया है। हिंदी मीडियम के शासकीय स्कूल में पुस्तकें पहुँच चुकी है, स्कैनिंग के कारण कही थोड़ा लेट हो रहा है।
