जन्म प्रमाण पत्र के लिए 500 रिश्वत मांगने वाली एएनएम निलंबित

कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में जन्म प्रमाण पत्र में सुधार के एवज में 500 रुपये की रिश्वत मांगने वाली सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) सरस्वती रजक को निलंबित कर दिया गया है। प्रार्थी ने बताया कि रुपये चुकाने के लिए उसने अपने घर का 12 किलो चावल बेचना पड़ा था।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बंजारी निवासी अमीषा धनवार ने बताया कि उनके बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र में त्रुटि सुधार के लिए एएनएम सरस्वती रजक ने उनसे 500 रुपये रिश्वत की मांग की थी। इस रकम को जुटाने के लिए पीडि़ता अमीषा को अपने घर का 12 किलोग्राम चावल तक बेचना पड़ा। यह मामला जब प्रकाश में आया तो इसने तूल पकड़ लिया और आमजन में रोष व्याप्त हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने तत्काल जांच के निर्देश दिए और पोड़ी उपरोड़ा के एसडीएम टी.आर. भारद्वाज ने तहसीलदार को ग्राम बंजारी भेजकर पीडि़ता अमीषा धनवार और गांव के अन्य लोगों के बयान दर्ज करवाए।
एसडीएम टी.आर. भारद्वाज ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर ने इस प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लिया है। विस्तृत जांच में एएनएम सरस्वती रजक के खिलाफ लगाए गए रिश्वत मांगने के आरोप सही पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी एएनएम को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और संतोषजनक जवाब न मिलने पर अब उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्रवाई की गई है।
