नक्सली जहां जन-अदालत लगाते थे, वहां जवानों ने स्वस्थ शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी

सुकमा। छत्तीसगढ़ का सबसे अधिक नक्सल प्रभावित सुकमा जिले की तस्वीर अब बदलने लगी है। जिस जगह पर कभी नक्सली तथाकथित जन अदालत लगाकर ग्रमीणों में भय और आतंक के साम्राज्य को स्थापित कर ग्रामीणों को सबके सामने विभत्स तरीके से मौत के घाट तक उतारकर अपने लिए डर पैदा करते थे, वहां अब जवानों ने नि:शुल्क स्वस्थ शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुन रहे हैं। इसके साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर एक अच्छा जीवन जीने के लिए मदद कर रहे हैं।
हाल ही में बस्तरिया बटालियन ने एफओबी गोमगुड़ा के कई गांवों में नि:शुल्क स्वस्थ शिविर का आयोजन किया। कमान्डेन्ट-241 वाहिनी के हरविन्दर सिंह ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा यह बटालियन हर मुसिबत मे आपकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्व है। उन्होंनें भटके हुए नवजवानों को समर्पण कर मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए देश के उन्नति में भागीदार बनने का आह्वान किया।
बस्तरिया बटालियन द्वारा लगाए गए सुकमा जिले के एफओबी गोमगुड़ा में आयोजित सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत नि:शुल्क स्वस्थ शिविर में दर्जनों गांव के ग्रामीणों शामिल होकर चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया। गोमगुड़ा व आस-पास के बीमार ग्रामवासियों की मेडिकल जांच कर नि:शुल्क दवाईयों का वितरण किया गया। इस चिकित्सा शिविर में डॉ. बृजेश चिकित्सा अधिकारी द्वारा ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच में 19 ग्रामीण आंख के रोग से ग्रसित थे, इनमें से 9 ग्रामिणों में मोतियाबिन्द की पुष्टि हुई है। ऐसे में ग्रामीणों को आवश्यकतानुसार दवाईयों का वितरण किया गया। वहीं मोतियाबिन्द रोग से ग्रसित चिन्हित किए गए 9 ग्रामीणों की आंखों का ऑपरेशन, चश्मे तथा दवाईयां भी बटालियन द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।
सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में गोमगुड़ा के अलावा जालेरगुड़ा, मीनागटा व पालेगुड़ा गांव के सैकड़ौ ग्रामीण शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान हरविंदर सिंह कमाण्डेंट 241 बटालियन, डॉ. बृजेश कुमार, चिकित्सा अधिकारी, प्रमोद कुमार सिंहए सहायक कमाण्डेन्ट, विनोद कुमार शर्मा (सहायक कमाण्डेन्ट बी/241), मृत्युजंय कुमार (सहायक कमाण्डेन्ट सी/241), गौरव बालियान, सहायक कमाण्डेन्ट, 203 कोबरा बटालियन के अतिरिक्त, ग्राम के साथ स्थानीय ग्रामीणों एवं 241 बस्तरिया बटालियन के जवान मौजूद रहे।
