ग्रामों में निस्तारी पानी का संकट गहरा रहा , गंगरेल का पट खोलने की मांग उठी

रायपुर। अभी मार्च माह बीता नहीं है और ग्रामीण इलाकों में निस्तारी पानी का संकट अभी से गहराने लगा है। समस्या का भयावह रूप लेने से पहले ही निस्तारी पानी देने गंगरेल का पट खोलने की मांग उठने लगी है। बंगोली सिंचाई उपसंभाग के अधीन आने वाले सिंचाई पंचायतों के पूर्व अध्यक्षो ने एक बैठक के बाद सिंचाई मंत्री केदार कश्यप से गंगरेल से अविलंब निस्तारी पानी छुड़वाने का आग्रह किया है।
ज्ञातव्य हो कि खरीफ सिंचाई के बाद ग्रीष्मकाल में गंगरेल से तालाबों को भरने हर साल निस्तारी पानी छोड़ा जाता है जो अपवादस्वरूप परिस्थितियों को छोड़ अमूमन अप्रैल माह में छोड़ा जाता है। इस वर्ष मार्च के शुरूआत होते होते ग्रामीण इलाकों में जल संकट शुरू हो चला है जो समय बीतते बीतते गहराने लगा है और अभी से ग्रामीण निस्तारी पानी की संकट से जूझने लगे हैं। समस्या को देखते हुये बंगोली सिंचाई उपसंभाग के अधीन आने वाले सिंचाई पंचायतों के पूर्व अध्यक्षो ने होली त्यौहार के पूर्व एक बैठक आयोजित कर गंगरेल में पानी की उपलब्धता को देखते हुये होली त्यौहार के तुरंत बाद गेट खुलवा पानी छुड़वाने की मांग को ले ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। बैठक में रायपुर जिला जल उपभोक्ता संस्था संघ के अध्यक्ष रहे भूपेंद्र शर्मा सहित गोविंद चंद्राकर, थानसिह साहू, प्रहलाद चंद्राकर, चिंताराम वर्मा, हिरेश चंद्राकर, धनीराम साहू, तुलाराम चंद्राकर, भारतेंदु साह, योगेश चंद्राकर आदि शामिल थे।
