यह कार्यक्रम का समापन नहीं, नए सफर की शुरुआत है: काले
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रायपुर। नेहरू युवा केंद्र के आदान- प्रदान कार्यक्रम में गुजरात व बस्तर जिलों के युवाओं के समारोह का यह समापन समारोह नहीं, बल्कि उनके लिए नए सफर की शुरुआत भी है। निश्चित ही इस कार्यक्रम से आपने काफी कुछ सीखा होगा और सामंजस्य और समन्वय की सीख को आप अपने जीवन में भी उतारेंगे। इस आशय के विचार नेहरू युवा केंद्र संगठन, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार की ओर से 24 फरवरी से युवा आदान- प्रदान कार्यक्रम 2024- 25 के समापन समारोह में गुजरात और बस्तर जिले के युवाओं के समक्ष व्यक्त किया।
काले ने कहा कि इस आयोजन से आपने कुछ सीखा। छत्तीसगढ़ के युवाओं ने गुजरात और गुजरात के युवाओं ने बस्तर की संस्कृति को जाना- समझा। इस दौरान आपने महापौर मीनल चौबे, विधायक पुरंदर मिश्रा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात की, उनसे चर्चा की। वहीं कई वक्ताओं को सुना भी। अब आपको उनकी बातों को आत्मसात कर जीवन में आगे बढऩा है।
नेहरू युवा केंद्र संगठन छत्तीसगढ के राज्य निदेशक अतुल निकम ने बताया कि वे विगत 35 वर्षों से युवा आदान- प्रदान कार्यक्रम में सम्मिलित हो रहे हैं। यह कार्यक्रम युवाओं को सशक्त बनाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होता है। निकम ने आगे कहा कि जुलाई में वे रायपुर आया। फिर महाराष्ट्र मंडल आकर अजय काले से मिला। इतने बड़े परिवार को लंबे समय से लीड कर रहे हैं, यह बड़ी बात है।
नेहरू युवा केंद्र के उप निदेशक अर्पित तिवारी ने कहा कि इस अभिनव पहल के माध्यम से विभिन्न राज्यों की संस्कृति, परंपराओं और रीति- रिवाजों का आदान- प्रदान हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के बीच सांस्कृतिक आदान- प्रदान को बढ़ावा देना व भाषा, खानपान और अन्य गतिविधियों के माध्यम से परस्पर समझ विकसित करना था, जो कहीं न कहीं आज इस हाल में नजर आ रहा है।
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