तीन बांग्लादेशियों को एटीएस ने इराक भागने से पहले मुंबई एयरपोर्ट पर पकड़ा
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रायपुर। इराक भागने से पहले ही रायपुर एटीएस ने मुंबई एयरपोर्ट पर तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया जो टिकरापारा मिश्रा बाड़ा में रह रहे थे और तीनों सगे भाई है। आरोपियों के पिता शमसुद्दीन, माता रशीदा, भाई अजगर, बहन सुरैया, इस्माईल की पत्नी यास्मीन और 2 बेटियां वर्तमान में बांग्लादेश में रह रहे हैं। तीनों के विरुद्ध थाना टिकरापारा में धारा 318 (4), 338,340, 111 बीएनएस, भारतीय पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12 (इ) का अपराध दर्ज किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 1. मोहम्मद इस्माईल 27 वर्ष, शेख अकबर 23 वर्ष और शेख साजन 22 वर्ष मूलनिवासी नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश, वर्तमान पता मिश्रा बाड़ा, ताजनगर टिकरापारा, रायपुर में फर्जी दस्तावेज बनाकर रह रहे थे। राज्य सरकार के निर्देश के बाद पिछले दिनों पुलिस ने तीन हजार संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनका वेरिफिकेशन कराया था और करीब ढाई सौ संदिग्ध जेल भी भेजे गए है। इसकी भनक इन्हें भी लग गई और वे इराक भागने की तैयारी मे थे कि नागपाड़ा पुलिस की मदद से मुंबई एयरपोर्ट से इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों ने फर्जी अंक सूची के आधार पर रायपुर के पते से पासपोर्ट बनवा लिया था। एटीएस ने ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रायपुर पहुंच और तीनों सगे भाई है।
टिकरापारा रायपुर में मिश्रा बाड़ा निवासी इन तीनों व्यक्तियों द्वारा फर्जी दस्तावेज बनवाकप अचानक 26-1-25 बगदाद (इराक) जाने के हावड़ा मुंबई मेल ट्रेन से मुंबई पहुँचने की सूचना प्राप्त होने पर इन्हें एटीएस छत्तीसगढ़ रायपुर ने एटीएस मुंबई नागपाड़ा यूनिट के सहयोग से पायधुनी इलाके से पकड़ा गया है। इनके पास से भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोट आईडी कार्ड के साथ ही बगदाद का वीजा बरामद किया गया। संदिग्धों से पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे तीनों जियारत के बहाने बगदाद जाकर छिपकर रुकने वाले थे, वापस भारत नहीं आने वाले थे।
तीनों व्यक्तियों रायपुर में रहने के दौरान भारतीय दस्तावेज आधार, पैनकार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवाया है। यूसीसी लागू होने और भारत में पकड़े जाने के डर से जन्मतिथि के प्रमाण पत्र के लिए फर्जी मार्कशीट, सत्कार कम्प्यूटर के संचालक मोहम्मद आरिफ के माध्यम से बनवाया था। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि पूर्व में भी कई व्यक्ति इसी तरह सत्कार कंप्यूटर के संचालक मोहम्मद आरि$फ की मदद से फर्जी दस्तावेज बनवाकर इरा$क जा चुके हैं और वापस नहीं आए हैं।
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