जब मध्यम वर्ग के पास अधिक धन बचेगा, तो वे अधिक खर्च और निवेश करेंगे – सीए किशोर
रायपुर। 12 लाख रुपये तक की आय पर कर छूट एक ऐतिहासिक निर्णय है जो मध्यम वर्ग, समाज और देश की अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक रूप से लाभकारी साबित होगा। यह करदाताओं के हाथ में अधिक धन सुनिश्चित करेगा, जिससे उनकी खपत, बचत और निवेश की शक्ति बढ़ेगी। आईसीएआई के पूर्व चेयरमेन सीए किशोर बरडिया ने कहा कि जब मध्यम वर्ग के पास अधिक धन बचेगा, तो वे अधिक खर्च और निवेश करेंगे, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस सेक्टर और एमएसएमई को इस बढ़ी हुई मांग का लाभ मिलेगा। कर छूट से उपभोक्ता मांग में वृद्धि होगी, जिससे ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, एफएमसीजी और ई-कॉमर्स जैसे सेक्टर्स को फायदा होगा। हालांकि सरकार को सीधे करों से कुछ नुकसान होगा, लेकिन अप्रत्यक्ष कर (त्रस्ञ्ज) और बढ़ी हुई आर्थिक गतिविधियों से यह नुकसान पूरा हो जाएगा।डिजिटल इकॉनमी और कैशलेस ट्रांजेक्शन को भी इससे मजबूती मिलेगी।