सराफा कारोबारी गोपाल राय हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने 80 से अधिक पुलिसकर्मियों की 14 टीमें थी सक्रिय
कोरबा। 5 जनवरी 2025 की रात सराफा व्यापारी गोपाल राय सोनी की हत्या की गुत्थी सुलझाने में कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में 80 से अधिक पुलिस कर्मियों की 14 टीमें सक्रिय रहीं और उन्होंने इस मामले में सोनी के चालक आकाश पुरी गोस्वामी और उसके साथी मोहन मिंज को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य साजिशकर्ता चालक का भाई सूरज पुरी गोस्वामी फरार है जिसकी तलाश में पुलिस जुट गई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से व्यापारी की चोरी हुई क्रेटा कार और अन्य सामान बरामद किया है, जिसकी कुल कीमत 6.25 लाख रुपये आंकी गई है।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि 5 जनवरी 2025 की रात सराफा व्यापारी गोपाल राय सोनी की उनके घर में हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने घर से चाबियां, एक मोबाइल फोन और क्रेटा कार चुराई। जांच के दौरान पता चला कि हत्या की साजिश गोपाल राय सोनी के ड्राइवर आकाश और उसके भाई सूरज ने मिलकर रची थी। उन्होंने अपने दोस्त मोहन मिंज को भी इस साजिश में शामिल किया। पुलिस ने 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद आरोपियों की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने मुखबिरों और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से आरोपियों को पकडने के लिए अभियान चलाया। मोहन मिंज के हाथ में चोट और सीसीटीवी फुटेज में दिखे व्यक्ति की समानता ने पुलिस को संदिग्ध तक पहुंचाया।
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने चोरी के इरादे से यह योजना बनाई थी। घटना की रात जब वे चोरी की कोशिश कर रहे थे, तो व्यापारी गोपाल राय सोनी ने उन्हें देख लिया। पहचान उजागर होने के डर से सूरज पुरी गोस्वामी ने चाकू से व्यापारी पर हमला कर दिया। मुख्य आरोपी सूरज पुरी गोस्वामी फरार है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं, जो संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। मामले को सुलझाने में कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में 80 से अधिक पुलिसकर्मियों की 14 टीमें सक्रिय रहीं।