फरवरी 2002 में हुए गोधरा दंगे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विधायक बने तीन दिन भी नहीं हुए थे कि गोधरा में दंगे हो गए। दंगे की खबर मिलते ही मैं गोधरा जाने का फैसला किया। मैंने अपनी आंखों से गोधरा की सच्चाई देखी। गोधरा की तस्वीरें बेहद दर्दनाक थी। मुझे बताया गया कि ट्रेन में आग लगी है।
पीएम मोदी ने कहा कि गोधरा में पांच जगहों पर बम ब्लास्ट हुए। आप कल्पना कर सकते हैं उस क्या स्थिति रही होगी। मैं अपने सिक्योरिटी वालों से कहा कि मैं पुलिस कंट्रोल रूम में जाना चाहता हूं। इस पर सिक्योरिटी वालों ने सुरक्षा का हवाला देकर वहां जाने से मना कर दिया। मैं कहा जो भी होगा मैं वहां जाउंगा। मैं आकर गाड़ी में बैठ गया। मैं कहा सबसे पहले अस्पताल जाउंगा। सिक्योरिटी वालों ने कहा कि हर जगह ब्लास्ट हो रहे हैं। इसके बावजूद में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए घायलों को देखने अस्पताल पहुंचा।