जब तलक जिंदा कलम है हम तुम्हें मरने ना देंगे
सार्थक रही अटल जयंती पर अवंती विहार व्यापारी संघ द्वारा आयोजित संगोष्ठी। अटल चौक (एटीएम चौक) पर सार्वजनिक सभा में आयोजित “अभिनव छत्तीसगढ़ के साकार स्वप्न द्रष्टा-अटल जी” विषयक इस संगोष्ठी को दैनिक विश्व परिवार के संपादक प्रदीप जैन, साहित्यकार गिरीश पंकज, इतिहासविद रमेंद्र नाथ मिश्रा एवं वरिष्ठ पत्रकार मधुकर खरे ने संबोधित किया। उक्त आशय की जानकारी संघ के अध्यक्ष राजकुमार राठी एवं कार्यक्रम संयोजक कैलाश रारा के द्वारा दी गई।
स्वर्गीय अटल जी के प्रति अपने भाव व्यक्त करते हुए शायराना अंदाज में प्रदीप जैन ने कहा कि “मौत कितने रंग बदले, ढंग बदले, तर्ज बदले- जब तलक जिंदा कलम है हम तुम्हें मरने ना देंगे।” साहित्यकार गिरीश पंकज ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि “धवल रहे हैं, अटल रहे है- अटल बिहारी नाम है जिनका कीचड़ में भी कमल रहे हैं।” इतिहासविद रमेंद्र नाथ मिश्रा ने छत्तीसगढ़ राज्य की सौगात के लिए अटल जी को सैल्यूट किया। वरिष्ठ पत्रकार मधुकर खरे ने अटल जी के साथ अपने जीवन के संस्मरण को साझा किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना में संयोजक कैलाश रारा के द्वारा अटल जी को उनकी कविताओं की अभिव्यक्ति “हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा” के आधार पर उन्हें दृढ़ निश्चय का धारी प्रधानमंत्री बतलाया। संघ के अध्यक्ष राजकुमार राठी ने पोकरण परमाणु परीक्षण के इतिहास निर्माता स्वर्गीय अटल जी को विश्व का एक महान राजनेता बतलाया। सभा को भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने भी संबोधित किया।
महिला मोर्चा के द्वारा नगर की ख्याति प्राप्त कवियत्री शशि दुबे, पूजा अग्रवाल, अंजना एवं शिवकुमारी को को मंच से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में संघ के संरक्षक अशोक गुप्ता, महामंत्री किशोर नायक वर्धमान सुराणा, श्रीमती कविता राठी, अनीता खंडेलवाल, रविंद्र ठाकुर, सुब्रत घोष, हरीश लोकवाणी, सविता गुप्ता, नेहा जैन, रीता दीवान, नामदेव दरयानी, राकेश ओचवानी, सुनील जेठानी, नितिन कृष्णानी, रवि राठी, विलास सुतार, राजेश दुलानी, रमेश मंधार, आर.के. बनर्जी, जिनेंद्र नाग, भवरलाल सेन, अखिल चटर्जी, हर्ष शर्मा एवं विकास शुक्ला की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के अंत मे आभार प्रदर्शन वार्ड पार्षद सीमा संतोष साहू के द्वारा किया गया तथा मंच का सफल संचालन मंजुल मयंक श्रीवास्तव के द्वारा किया गया।