छत से कूदकर छात्रा के आत्महत्या मामले में पुलिस ने तीन छात्राओं को किया गिरफ्तार
कांकेर। जिले के प्रयास आवासीय विद्यालय की तीसरी मंजिल की छत से कूदकर छात्रा के आत्महत्या मामले में पुलिस ने तीन छात्राओं को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक छात्रा करिश्मा द्वारा परिजन, दोस्तों व एक अन्य के नाम लिखे अलग अलग तीन सुसाइड नोट में तीनों छात्राओं द्वारा प्रताडि़त करने का जिक्र है। इन छात्राओं द्वारा छात्रा के खिलाफ अनावश्यक बातें फैलाने का उल्लेख सुसाइड नोट में किया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि सहपाठियों के तानों से तंग आकर छात्रावास के छत से छलांग लगा दी, इलाज के दौरान घायल छात्रा करिश्मा ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रयास आवासीय विद्यालय, इमलीपारा पारा में पढ़ाई कर रही छात्रा करिश्मा को छत से गिरने से गंभीर चोट आई, जिसके इलाज के लिए रायपुर अस्पताल में भर्ती किया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान छात्रा की उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने बाद रायपुर पुलिस ने मामला कांकेर थाना को सौंपा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सभी पहलुओं पर जांच की। मृतका के पुस्तक में एक सुसाइड नोट मिला, छात्रा ने सुसाइड नोट में मानसिक रूप से प्रताडि़त किए जाने की बात लिखी। जांच में आगे सामने आया कि 3 छात्राओं ने करिश्मा के खिलाफ झूठी अफवाहें फैलाई और बार-बार ताना मारा करती थी। जिससे परेशान होकर ने छात्रा ने छत से छलांग लगा दी। पुलिस ने तीनों बालिकाओं को हिरासत में लिया है।
कांकेर टीआई मनीष नागर ने कहा कि छात्रा के आत्महत्या मामले में तीन सुसाइड नोट मिले हैं। जांच व साक्ष्य के अधार पर तीन छात्राओं द्वारा उसे प्रताडि़त व आत्महत्या के लिए प्रेरित करना पाया गया। तीनों छात्राओं को गिरफ्तार कर उन्हें आज शुक्रवार को किशोर न्यायालय में पेश किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की जांच में कमरे में पाठ्य सामग्री के बीच डायरी मिली, उसमें छात्रा ने तीन सुसाइड नोट लिखे थे। प्रताडि़त करने वाली छात्राओं के नाम भी हैं। जांच में स्कूल की अन्य छात्राओं ने भी बयान में बताया उक्त तीनों छात्राएं उसे प्रताडि़त करती थीं। मामले में प्रताडऩा के चलते खुदकुशी की पुष्टि होने पर पुलिस ने घटना के दसवें दिन तीनों छात्राओं के खिलाफ अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया। तीनों नाबालिग हैं, कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें सुधार गृह जगदलपुर भेजा गया। सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि सुबह 7.45 बजे छात्रा छत पर जाते दिखी। इसके बाद ऊपर कोई नहीं गया, 9.15 बजे छत से कूद गई।
मृतक करिश्मा के पिता सुरेश ठलाल ने कहा कि डेढ़ घंटे तक बेटी छत में अकेली थी। उसे रोकने वार्डन या अन्य क्यों नहीं पहुंचे, वार्डन के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। अन्य कैमरों की भी जांच हो। हालांकि छात्रा ने वार्डन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने की बात पत्र में लिखी है। पिता सुरेश ठलाल के अनुसार परिजनों को लिखे पत्र में लिखा है कि मम्मी पापा मैं जा रही हूं, मुझसे और बर्दाश्त नहीं होगा। इतना सह चुकी हूं कि अब और हिम्मत नहीं बची। मानती हूं मुझे सब बताना चाहिए था कि मेरे साथ हॉस्टल में क्या-क्या हो रहा है। आप मेरी फिक्र करते हो मुझे पता है, मैं भी बहुत सोचती हूं, मैं अब कर भी क्या सकती हूं। दो हफ्तों से मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा। मैं जो हूं नहीं, वह मेरे बारे में फैलाते हैं। इन सबके जिम्मेदार उक्त 3 छात्राएं ही हैं। छात्रा ने दोस्तों को लिखा है तुमने मुझे कभी गलत नहीं समझा। हमेशा मेरा साथ दिया। इसलिए थैंक्स। मैं जानती हूं मुझे यह नहीं करना चाहिए। मुझे समझ नहीं आ रहा है क्या करूं। मैने जो किया नहीं उसके लिए मुझे बदनाम किया जा रहा है। स्कूल के एक ग्रुप का नाम लेते लिखा कि उसने मेरे बारे में गलत न्यूज दी है। तुम लोग मास्टर माइंड से बचकर रहना। अपना ध्यान रखना और पढ़ाई अच्छे से करना। अलविदा, तुम्हारी पागल दोस्त करिश्मा।