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नीतू के बुरे दिनों का बड़ा सहारा बनी महतारी वंदन योजना

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00 बच्चों की परवरिश के लिए मील का पत्थर साबित हुई
कांकेर। प्रदेश के महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना वरदान साबित हुई है। इस योजना से किसी के जीवन में खुशहाली आई तो किसी के लिए मददगार साबित हुई। वहीं कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं, जिनके जीवन में यह मील का पत्थर साबित हुई है। राजापारा वार्ड कांकेर की रहने वाली श्रीमती नीतू यादव के बुरे दिनों में बड़ा सहारा सिद्ध हुई है। उन्हांने बताया कि आज से छह साल पहले उनके पति की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो गई, जिसके बाद जैसे उनके जीवन में मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। खुद के वैधव्य जीवन के साथ-साथ तीन बच्चों की परवरिश एक बड़ी जिम्मेदारी थी। परिवार में किसी रिश्तेदार की मदद नहीं मिलने से वह और भी असहाय हो गई।
श्रीमती यादव ने बताया कि वह अपने व तीनों बच्चों की परवरिश के लिए घरों में बर्तन, झाडू-पोंछा का कार्य करने लगी, जिससे मिला पैसा ऊंट के मुंह में जीरा के समान था। ऐसे में शासन की मदद से उनके बेबस परिवार को सहारा मिल गया। उन्होंने बताया कि उन्हें विधवा सहारा पेंशन योजना एवं महतारी वंदन योजना से एक हजार रूपए प्रतिमाह मिल रहे हैं। दोनों योजनाओं के तहत 500-500 रूपए की राशि हर माह मिल जाती है, जो उनके लिए बहुत बड़ी है। आज उन्हें योजना के तहत 10 किश्तों में राशि मिल चुकी है और जरूरी खर्चों के साथ-साथ कुछ पैसे बचत भी कर लेती हैं। श्रीमती यादव ने प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार मानते हुए प्रदेश सरकार का बारम्बार धन्यवाद देते हुए कहा कि जब उनका परिवार पूरी तरह से बेसहारा हो चला था, तब प्रतिकूल परिस्थिति में यह योजना उनके जीवन में उजाला लेकर आई है।

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