ChhattisgarhLife Style

आरोग्य कलश में नि:शुल्क एमएचआरएस चिकित्सा, परीक्षण व समाधन शिविर आज

Share


रायपुर। 20 वर्षों से लोगों की सेवा करते आ रहे डॉक्टर ज्ञानी दास मानिकपुरी ने राजधानी में चंगोराभाटा स्थित माया ठाकुर कॉम्प्लेक्स में नि:शुल्क एमएचआरएस चिकित्सा, परीक्षण व समाधन शिविर का आयोजन मंगलवार को किया गया है। जहा मरीज अपनी नसों की समस्याओं को लेकर आ सकते हैं जहां वे एमएचआरएस टेक्निक के माध्यम से लोगों का इलाज करेंगे। शिविर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित है, समाधान शिविर में आने के लिए मरीजो को पंजीयन कराना अनिवार्य है जिसके वे 9424256484, 8941809066 में संपर्क कर पंजीयन करा सकते है। इसके अलावा मरीज सह संधान आरोग्य कलश न्यू राजेन्द्र नगर, एनएमडीसी कॉलोनी, सेक्टर-2 तथा जगन्नाथ मंदिर स्थित गायत्री नगर में भी जाकर अपना पंजीयन करा सकते है।
डॉक्टर ज्ञानी दास मानिकपुरी ने बताया कि इस शिविव में मस्तिष्क जड़ समाधान, 1 मिनट में तत्रिका तत्रों (नर्वस सिस्टम) में उत्पन्न रोगों, रक्त संचार, रक्त शुद्धिकरण की शीघ्र जाँच, 10 मिनट में जन्म से वर्तमान व भविष्य में होने वाली संभावित असाध्य रोगों की जानकारी देना, एमएचआरएस परिक्षण विधि द्वारा प्राप्त रिपोर्ट की मिलान विश्व की आधुनिक तकनीकी यंत्रों एमआरआई, सीटी-स्कैन, एक्स-रे व अन्य परिक्षण विधि व उच्च गुणवत्ता युक्त डायग्नोसिस/अनुसंधान द्वारा प्राप्त रिपोर्ट से की जा सकती है। आम नागरिको का स्वास्थ्य परिक्षण कर नये पुराने व असाध्य रोगों से बचाया जा सकता है। 60 वर्ष के स्त्री/पुरूष के विशेष परिक्षण समाधान कर दिर्घायु आरोग्य की प्राप्ती। स्वास्थ लाभ हेतु उपयोग व प्रयोग की जाने वाली विभिन्न तकनीकी यंत्रों के रेडिएशन से बचाना। विभिन्न चिकित्सा पद्दतियों की दवाईयों से होने वाली शारीरीक दुसप्रभाव को जड़ से समाप्त करना। एमएचआरएस चिकित्सा समाधान द्वारा विभिन्न रोगों में सफलता हासिल सभी जोड़ो का दर्द, गठिया (अस्थि मज्जा निमार्ण), लकवा, हृदय रोग, मानसिक रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना, गदने-कमर-एड़ी दर्द (सीएसएफ सेरेब्रो स्पाइन फ्लूड निमार्ण) हार्मोन का संतुलन स्थापित करना। अनुवांशिक रोगों से बचाना तथा युवा वर्गों को लक्ष्य प्रप्ति के लिए अष्टांग योग मेडिटेशन नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा।
उन्होने बताया कि उनकी 20 वर्ष की मेहनत व लगन 23 फरवरी, 2015 को पूरी हुई जब रिसर्च एडवान्स एक्यूप्रेशर फॉर न्यूरोजिकल डिस्ऑडर एक्यूट एण्ड क्रोनिक डिजीस इन हेल्थ बेनिफिट्स शोध कार्य द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल कोलकत्ता के साईंस सिटी ओडोटोरियम में प्राप्त हुआ। उन्होने 4 विषय में स्नात्कोतर (पी.जी.) की शिक्षा ग्रहण किया है। जिसमें मुख्य रूप से मानव शरीर की आंतरिक व बाह्य गतिविधियों को नियमानुसार व क्रमश: योगा साईंस व मानव शारीरिक उर्जा (शक्ति) व कार्यकलापों की गहन अध्ययन द्वारा सुविचार पूर्वक जन कल्याण व आम नागरिकों व असाध्य बिमारियों का सफल उपचार 20,000 से ज्यादा रोगियों को स्वास्थ्य लाभ अभी तक दिला चुके है।

GLIBS WhatsApp Group
Show More
Back to top button