भूपेश के लंबे संबोधन पर अजय की आपत्ति, सदस्यों के बीच झड़प
00 आखिर में अध्यक्ष ने प्रस्ताव की गृह्यता पर चर्चा की अनुमति दी
रायपुर। विधानसभा में शून्य काल की सूचना पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के धान खरीदी पर लंबे भाषण को लेकर भाजपा के अजय चंद्राकर की आपत्ति पर चर्चा किए जाने पर स्पीकर डॉ रमन सिंह ने सीधे ग्राह्यता पर चर्चा की व्यवस्था दी।
प्रश्न काल के तुरंत बाद स्पीकर डॉ सिंह ने शून्य काल की सूचना पढने बघेल का नाम पुकारा। इस पर बघेल ने लंबा संबोधन शुरू किया। यह देख अजय चंद्राकर ने आखिर किस विषय पर बोल रहे बघेल, शून्य काल में भाषण हो रहा है किस नियम के तरह बोल रहे है गृह्यता पर चर्चा नहीं हो रही है कितनी देर बोलेंगे, किस पॉइंट आफ ऑडर्स के तहत बोल रहे हैं। और बिना किसी प्रस्ताव ये सरकार पर आरोप कैसे लगा सकते हैं।
इस पर बघेल ने कहा कि आसंदी ने पुकारा है और वे धान खरीदी पर काम रोको प्रस्ताव की ग्राह्यता पर बोल रहे हैं। चंद्राकर ने कहा आसंदी ने तय नहीं किया है और ऐसे कैसे कह सकते हैं। इस पर पक्ष विपक्ष के विधायक शेर मचाने लगे। अजय ने कहा कि शून्य काल में भाषण नहीं होते, आरोप नहीं लगाए जाते। इन आरोपों को विलोपित कराना चाहिए। स्पीकर ने कहा कि आरोप न लगा कर तथ्य रखें। भाजपा के धरमजीत सिंह ने आग्रह किया कि छोटा सत्र है, स्थगन की ग्राह्यता पर चर्चा करा ली जाए। इस पर संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने ग्राह्यता चर्चा कराने पर सहमति जताई और अध्यक्ष ने प्रस्ताव की गृह्यता पर चर्चा की अनुमति दी।