‘फ्लाइट ऑफ स्टील स्कल्पचर’ का निर्माण कार्य पूर्णता की ओर अग्रसर
भिलाई। इस्पात निर्माण की नई ऊंचाइयों को छू लेने की परिकल्पना से अग्रसर सेल की महत्वपूर्ण इकाई भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य द्वार के प्रवेश मार्ग के इक्यूपमेंट चौक पर पूर्व में ‘फ्लाइट ऑफ स्टील स्कल्पचर’ स्थापित किया गया था। फ्लाईओवर निर्माण की प्रक्रिया में विस्थापित होने के कारण अब इसकी पुन: स्थापना जयंती स्टेडियम के ठीक सामने मैदान पर ‘न्यू स्कल्पचर न्यू लोकेशन’ के नाम से अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकार श्री जतिन दास के निर्देशन में किया जा रहा है।
‘फ्लाइट ऑफ स्टील स्कल्पचर’ एक वेल्डेड स्टील की 30 फीट की एक कलात्मक कृति है। जिसके निर्माण हेतु श्री दास ने भिलाई इस्पात संयंत्र का दौरा करने, श्रमिकों से मिलने, स्क्रैप मेटल के टुकड़े उठाने एवं उपयुक्त कलात्मक रूप के बारे में विचार हेतु संयंत्र में कई सप्ताह समय व्यतीत किया। द फ्लाइट ऑफ स्टील, एक प्रतिष्ठित कला है जिसे 1996 में स्थापित किया गया था।विदित हो कि श्री जतिन दास पद्म-भूषण पुरस्कार विजेता मूर्तिकार हैं। जिन्होंने कई ऐतिहासिक मूर्तियां और भित्तिचित्र बनाए हैं। उन्होंने ओडिशा के भुवनेश्वर में जेडी सेंटर ऑफ आर्ट की भी स्थापना की है।
इस्पात नगरी भिलाई के ह्रदय-स्थल के नाम से जाने वाले सिविक सेंटर मैदान पर स्थापित की गई कलाकृति भिलाई की शोभा के साथ-साथ देशवासियों को इस्पात निर्माण में ऊंचाइयों की छूने की प्रेरणा देती रहेगी।प्रतिस्पर्धा के इस युग में विलय इस्पात आने वाले सभी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्लेषकों के लिए यह कलाकृति एक प्रेरणास्रोत सिद्ध होगी।