बस्तर के दर्जनाें केंन्द्रों में धान खरीदी बफर लिमिट से अधिक हाेने के बाद भी शुरू नहीं हुआ धान का उठाव
जगदलपुर। बस्तर जिले में धान खरीदी 14 नवंबर से शुरू हुई है, जिले के सभी 79 केंन्द्रों में किसान धान बेचने पहुंच रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से धान खरीदी की रफ्तार बढ़ गयी है। हर दिन बड़ी मात्रा धान उपार्जन केंन्द्रों में पहुंच रहा है। किसान भी सूखती और नुकसान की आशंका के चलते खरीदी केंद्रों में पहुंचकर धान बेच रहे हैं। लेकिन अब तक मिलर्स के साथ अनुबंध नहीं होने के कारण केंद्रों से धान का उठाव शुरू नहीं हो पाया है। मिलर्स धान की कस्टम मिलिंग के तहत पंजीयन कराने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते दर्जन भर केंन्द्रों में बफर लिमिट पार कर गया है। समय पर धान का उठाव नहीं होने से किसानों को धान बेचने में भी परेशानी हो सकती है।
बस्तर जिले में कस्टम मिलिंग के लिए मिलरों का अब तक पंजीयन शुरू नहीं हुआ है, न अब तक संग्रहण केंद्र चालू हुआ है। इससे बसतर जिले के उपार्जन केंद्रों में 5 हजार 873 किसानों ने अब तक 3 लाख 2 हजार क्विंटल धान जाम हो गया है। जिले के 11 उपार्जन केन्द्रों में तो बफर लिमिट से अधिक धान जाम है। पिछले दिनों इन्हीं मुद्दों को लेकर सहकारी समिति के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। उसके बाद भी धान का उठाव शुरू नहीं हो पाया है। जिले के धान खरीदी केंद्रों की स्थिति की बात करें तो 7200 क्विंटल धान बफर लिमिट की मात्रा है, लेकिन करंजी में 9711, छप्पर भानपुरी 8944, बड़े मारेंगा 8036, रायकोट 8026, केशरपाल 7972, राजनगर 7604, पल्ली 7485, मंगनार 7450, जगदलपुर 7438 और बस्तर में 7424 क्विंटल धान जाम है, जो कि लिमिट के पार तक पहुंच गया है।