विदेशी धरती पर ESAR फोरम पर चमका छत्तीसगढ़ मॉडल, यूनिवर्सिटी बिहेवियर क्लब को विदेशी यूनिवर्सिटी ने सराहा
नैरोबी/रायपुर। नैरोबी में यूनिसेफ द्वारा आयोजित ESAR SBC Co-Creation Consortium Workshop में 21 देशों के शिक्षाविदों के बीच छत्तीसगढ़ का मॉडल पूरे चमक के साथ दिखा। अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप में SBC स्पेशलिस्ट अभिषेक सिंह की ने यूनिसेफ छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। उनकी उपस्थिति में छत्तीसगढ़ से SBC कंसलटेंट चंदन कुमार ने ऑनलाइन माध्यम से छत्तीसगढ़ के मॉडल यूनिवर्सिटी बिहेवियर क्लब और अलायंस फॉर बिहेवियर क्लब के बारे में प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि 200 एनजीओ और 150 से अधिक प्रोफेशनल लोगों से लैस अलायंस फॉर बिहेवियर चेंज कॉलेज विद्यार्थियों और समाज के बिच काम करता है। यूनिवर्सिटी बिहेवियर क्लब विद्यार्थियों द्वारा बिना किसी आर्थिक मदद के गैर राजनैतिक तरीके से संचालित होता है। अलायंस का प्रमुख काम सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन लाना है। वहीं बिहेवियर क्लब यूनिवर्सिटी के पोषित गांव में विद्यार्थियों द्वारा सामाजिक परेशानियों का पता करने के साथ-साथ शिक्षकों की मदद से समाधान को ढूंढने के लिए चर्चा करता है।
सर्वहितम संस्था के चेयरमैन और अलायंस फॉर बिहेवियर चेंज के नोडल मनीष कश्यप ने बताया कि नैरोबी में आयोजित 21 देशों के 29 यूनिवर्सिटी और 55 एसबीसी प्रोफेशनल की उपस्थिति में सबने इस मॉडल पर अपनी मुहर लगाई तथा यूनिसेफ इंडिया को उनके देशों में ऐसा कार्य करने के लिए आमंत्रित किया। बता दें कि भारत से 17 से अधिक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर और एसबीसी प्रोफेशनल जुड़े थे।
क्या है ESAR फोरम
यह एक वैश्विक फोरम है, जिसमें भारत भी एक प्रतिभागी है। व्यवहार विज्ञान(बिहेवियर साइंस ), संसाधन जुटाना, ईएसएआर फ्लैगशिप, एम एंड ई जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर हमारी सामान्य समझ विकसित करने और कौशल को बढ़ाने के उद्देश्य से यह फोरम स्थापित हुआ है।
शैक्षणिक भागीदारी के लिए एसबीसी को समझना और मजबूत करना तथा इस हेतु एक क्षेत्रीय अकादमिक कंसोर्टियम का वैचारिक नेतृत्व के साथ निर्माण करना एक विशेष लक्ष्य है। इसमें अब तह 21 देशों के 29 विश्वविद्यालय और 55 एसबीसी प्रोफेशनल सदस्य हैं।