कवर्धा पुलिस पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग, महिला आयोग ने CJI को भेजी रिपोर्ट
रायपुर। कवर्धा अग्निकांड में गिरफ्तार महिलाओं से मुलाकात कर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने कवर्धा पुलिस, एस.पी. अभिषेक पल्लव और अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है, उन्होंने कहा कहा कि 33 महिलाओं से हमने जेल में मुलाकात की उनके शरीर पर चोट के निशान हैं।
हाल ही में आयोग की अध्यक्ष जेल में बंद 33 महिलाओं से मुलाकात करने जेल गई थी, महिलाओं से बातचीत के बाद उन्होने अपनी रिपोर्ट तैयार कर मुख्य न्यायाधीश (उच्चतम न्यायालय),अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग (मारत सरकार), माननीय राज्यपाल (छत्तीसगढ़ शासन) और मुख्य न्यायाधीश (छ.ग. उच्च न्यायालय बिलासपुर) को भेजा गया है।
वीडियो ग्राफी कराने की मांग
किरणमयी नायक ने कहा कि उन्होंने जेल में बंद तैतीस महिलाओं से बात की। वह महिलाओं के बयान की वीडियोग्राफी भी करना चाहती थी लेकिन पुलिस ने मोबाईल नहीं लेने जाने दिया। उन्होंने अपने पत्र में महिलाओं के चोट के निशान की वीडियोग्राफी कराने की भी अनुशंसा की है।
33 में से 32 महिलाओं को गंभीर चोट
महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि 33 महिलाओं को दुर्ग के महिला बंदिनी गृह में बंद किया गया है। इनमें से 32 महिलाओं के शरीर में गंभीर चोटे हैं। मेरे साथ तहसीलदार के साथ शासकीय अधिवक्ता और एक डॉक्टर थीं। हमने उनके शरीर का मुआयना किया और इन चोटों के बारे में लिखा। मैं खुद एक फोरेंसिक एक्सपर्ट भी हूं। साथ ही रिफ्रेँश के लिए फॉरेंसिक विज्ञान की किताब भी रखी थी।
पुलिस पर हो हत्या का मामला दर्ज
किरणमयी ने अपनी ने कहा है कि पुरूष जेल में बंद कैदी स्व. प्रशांत साहू की मौत के लिए जिम्मेदार कवर्धा पुलिस, एस.पी. अभिषेक पल्लव और अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। पुलिस प्रशासन के ने बिना सर्च वारंट के महिलाओं के घर का दरवाजा तोड़कर की गई गिरफ्तारी और थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर प्राणघातक हमला करने वाले सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ तत्काल एफ. आई.आर दर्ज किया जाए।