ChhattisgarhMiscellaneous

रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन पर मेहरबान हुआ खनिज विभाग

Share

*नरेश भीमगज की रिपोर्ट*

कांकेर। जिले का चारामा ब्लॉक इन दिनों खनिज संपदाओं के दोहन का पसंदीदा क्षेत्र बना हुआ है जहां जब जिसका मन करे नियमों को ताक पर रख महानदी में पोकलेन घुसाकर रेत की अवैध परिवहन शुरु कर दी जाती है। गौर करने की बात यह है कि इसकी जानकारी खनिज विभाग व राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को भी है पर तस्करों को इनकी मौन समर्थन किसी बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहा है। बता दें कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में रेत माफियाओं के द्वाकरा कई घटना को अंजाम दिया जा चुका है जिसको लेकर कई बार मीडिया व अखबारों में समाचार के माध्यम से देखने को मिला है। ऐसी ही स्थिति अब चारामा में भी देखने को मिल रही है जहां रेत माफियाओं के द्वा रा कुछ स्थानीय नेताओं को अपने पक्ष में लेकर रेत के अवैध उत्खनन के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। गांवों में कई बार तनाव का माहौल भी उत्पन्न हो चुका है। तत्कालीन कांकेर कलेक्टर अभीजित सिंह के द्वारा इस रेत के अवैध परिवहन पर रोक लगाने के बाद से माफियाओं में दहशत देखने को मिली थी किन्तु लोक सभा चुनाव के परिणाम के बाद जैसे ही कलेक्टर की विदाई हुई वैसे ही माफिया खुशी से झूम उठे व सारे नियम कायदे व कानून को ताक में रख फिर से अवैध उत्खनन को अंजाम देने में मस्त हो गये। चारामा क्षेत्र में तत्कालीन कलेक्टर के दबाव के बाद नाका से लेकर खदानों में खनिज विभाग व राजस्व विभाग का डर भय इतना छा गया था कि लोग पोक लेण्ड मशीन को नदी में उतारने से पहले दस बार सोचते थे किन्तु अब चारामा के महानदी के तटों में खुलेआम दिन दहाड़े पोक लेण्ड मशीन के द्वारा धड़ल्ले से रेत की चोरी की जा रही है। इस संबंध में वर्तमान कलेक्टर से लेकर खनिज अधिकारी चारामा के राजस्व अधिकारी को इसकी शिकायत करने फोन लगाने पर या तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता या फिर मैं देखता हूं कहकर टाल दिया जाता है। कई बार तो खदानों में इस काम को अंजाम देने वाले लोग अपने आपको नेता, मंत्री व विधायक के खास होने का धौंस दिखाकर इस कार्य को अंजाम दे रहे है बता कि पांच साल की कांग्रेस सरकार में यही भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस सरकार के नेताओं व मंत्रियों पर रेत उत्खनन का आरोप लगाकर सरकार की किरकिरी की थी अब यहां उलटा देखने को मिल रहा है यहां भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा खुलेआम नेता मंत्री का धौंस दिखाकर अवैध रेत उत्खनन के खेल को अंजाम दिया जा रहा है।

चारामा क्षेत्र के इन जगहों में चल रहा रेत का अवैध परिवहन

महानदी में अच्छी क्वालिटी व भरपूर मात्रा में रेत चारामा क्षेत्र में ही पाया जाता है जिस पर भिलाई, दुर्ग, बालौद व अन्य जगहों के तस्करों द्वा रा इस क्षेत्र में रेत के अवैध परिवहन को अंजाम दिया जा रहा है। कुछ स्थानीय नेताओं के संरक्षण में लगभग आठ घाटों से अवैध परिवहन किया जा रहा है जिसमें माहूद, तेलगुड़ा, भिरौद, सराधु नवागांव, हाराडुला, खरथा, किलेपार, अरौद शामिल है।
बरसात के पहले दिया जा रहा अवैध परिवहन को अंजाम
चारामा क्षेत्र के महानदी के घाटों में इन दिनों बाहरी तस्करों के द्वाहरा स्थानीय नेताओं से सांठ-गांठ कर बारिश से पहले जितना हो सके रेत के इस खेल को अंजाम दिया जा रहा क्योंकि बारिश के बाद अधिक्तर घाटों में पानी भर जाता है जिसके कारण रेत तस्करों के मंसूबों में पानी फिर जाता है इस लिए बारिश के पहले इस अवैध परिवहन व रेत को डम्प किया जा रहा है ताकि बारिश के समय इनको इसका अच्छा दाम मिल सके।
मैं कलेक्टर व खनिज अधिकारी से मिलकर इस चर्चा करुंगी-विधायक
इस संबंध में भानुप्रतापपुर की विधायक सावित्री मंडावी से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि मैं कई बार इसकी शिकायत खनिज विभाग व राजस्व विभाग को कर चुकी हूं किन्तु इनके द्वा रा अवैध परिवहन पर ठोस कार्यवाही नहीं किया जाता मैं इस संबध में कांकेर कलेक्टर से मिलकर चर्चा करुंगी व अवैध उत्खनन को रोकने भरसक प्रयास करुंगी।
तत्कालीन कलेक्टर के जाने के बाद तस्करों में अतिउत्साह
तत्कालीन कलेक्टर अभिजीत सिंह के द्वा रा अवैध परिवहन पर जिस तरह रोक लगाने नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगा तस्कारों पर नकेल कसने पहल की गई थी तो रेत तस्करों के पसीने छूट गये थे किन्तु अब यहां इसके विपरीत देखने को मिल रहा है तस्कर बेखौफ महानदी में एक के बजाये दो-दो पोकलेण्ड मशीन लगाकर नदियों की दशा व दिशा को बदला जा रहा है इनके चेहरों में अति उत्साह देखने को मिल रहा है जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जिम्मेदार विभाग व जिला प्रशासन को इनका मौन समर्थन है।
इस समाचार के संबंध में जिला प्रशासन कार्यवाही नहीं होने के संबंध में चर्चा करने हेतु कांकेर कलेक्टर व खनिज अधिकारी व चारामा के अनुविभागीय अधिकारी से संपर्क किया गया किन्तु उन्होंने हमेशा की तरह फोन नहीं उठाया।

GLIBS WhatsApp Group
Show More
Back to top button