761 आत्मसमर्पित नक्सली बस्तर ओलंपिक में दिखाएंगे दम, मैरीकॉम ने मशाल उठाकर स्पर्धा का किया शुभारंभ

जगदलपुर। मुक्केबाजी की वर्ल्ड चैंपियन और लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एमसी मैरीकॉम ने बस्तर ओलंपिक की मशाल उठाकर स्पर्धा का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और कैबिनेट के मंत्री मौजूद रहे। बता दें कि बस्तर ओलंपिक में इस बार बस्तर के सातों जिले से आए 3500 खिलाड़ी खेल में हिस्सा लेंगे। वहीं 7 टीमों में समर्पित नक्सलियों और नक्सल प्रभावित 761 ग्रामीण भी शामिल है।

आईजी सुंदरराज पी. के अनुसार बस्तर ओलंपिक में सात जिलों की सात टीमें भाग ले रही हैं, इनके अलावा एक विशेष टीम ‘नुआ बाट’ की है। यह टीम उन समर्पित नक्सलियों और नक्सल हिंसा प्रभावित ग्रामीणों की है जिन्होंने समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है। बस्तर की आंचलिक बोली में नुआ बाट का अर्थ है नया रास्ता। वर्ष 2024 में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने इस श्रेणी में हिस्सा लिया था, जबकि इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 761 हो गई है। यह बस्तर ओलंपिक का सबसे विशेष और प्रेरणादायक आकर्षण बन रहा है।
एक समय हिंसा और भय से घिरा रहने वाला बस्तर अब तेजी से बदल रहा है और इस परिवर्तन का सबसे चमकदार उदाहरण है बस्तर ओलंपिक्स 2025। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में कहा कि “जो बस्तर कभी लाल आतंक की पहचान से जाना जाता था, आज वही बस्तर युवाओं की ऊर्जा, खेल प्रतिभा और सकारात्मक बदलाव का केंद्र बन चुका है।” मुख्यमंत्री के अनुसार, इस वर्ष आयोजित दूसरे संस्करण में खिलाड़ियों की भागीदारी में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार दोगुने से भी अधिक खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हुए हैं, जो दर्शाता है कि बस्तर के युवाओं में खेल के प्रति उत्साह और बेहतर भविष्य बनाने की आकांक्षा लगातार बढ़ रही है।







