दंतेवाड़ा जिले में 2 लाख 57 हजार नाम दर्ज, 47 हजार का नही हुआ केवाईसी

दंतेवाड़ा । जिले में कुल 79 हजार 534 राशन कार्ड हैं, इनमें कुल 2 लाख 57 हजार लोगों के नाम दर्ज हैं। जिले में इन दर्ज सदस्यों में 47 हजार ऐसे सदस्य हैं जिनका अब तक केवाईसी नहीं हो पाई है जो अब परेशानी में पड़ सकतें हैं। राशन कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों का केवाईसी अनिवार्य है, 5 साल से छोटे बच्चों का केवाईसी अनिवार्य नहीं है बाकी सभी को अनिवार्य रूप से किया जाना है।
खाद्य विभाग के अनुसार राशन कार्ड में अगर 5 सदस्य हैं और किसी का भी केवाईसी नहीं हुआ है तो इनको दिसंबर महीने से ही राशन नहीं मिलेगा, एक सदस्य का भी अगर हुआ होगा तो ऐसे लोगों को जनवरी से राशन बंद हो जाएगा, इनका कोटा ही नहीं भेजा जाएगा। केवाईसी नहीं करवाने वालों में सबसे ज्यादा एपीएल कार्ड धारक हैं, जो राशन कार्ड बनने के बाद कभी पीडीएस दुकान राशन लेने ही नहीं गए, ये सिर्फ राशन कार्ड को दस्तावेज बना रखे हुए हैं, ऐसे नाम अब दिसंबर से कट जाएंगे। राशन कार्ड के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के 10 हजार से ज्यादा हितग्राहियों के आधार कार्ड भी अपडेट नहीं हैं, जिसकी वजह से पीडीएस राशन नहीं मिल पाएगा। जिला खाद्य अधिकारी कीर्ति कौशिक ने कहा अपडेट करने गांव-गांव में शिविर लगाए जा रहे हैं, फिर भी इन शिविरों में कम लोग आ रहे हैं।
जिले के चार ब्लाक में सभी जगह ग्रामीण और पहुंच विहीन क्षेत्र हैं, ऐसे गांव के लोगों के ही केवाईसी और आधारकार्ड अपडेट नही हैं, अब ये ग्रामीण 20-20 किलोमीटर पैदल जाकर केवाईसी करवा रहे हैं। कुआकोंडा के बुरगुम, रेवाली, निलावाया, आलनार, लावा, पुरेंगेल, बैनपाल जैसे गांव के लोगों को पैदल किरन्दुल आना पड़ रहा है, इसी तरह कटेकल्याण के गादम, नडेनार, मारजुम, चिकपाल गांव में कोई सुविधा नहीं है, गीदम ब्लाक के इंद्रावती नदी के पार के गांव में सुविधा नहीं होने से लोग राशन बंद होने के डर से पैदल मीलों चलकर केवाईसी करवाने आ रहे हैं।







