226 करोड़ के टेंडर में फर्जीवाड़ा EOW ने दर्ज की FIR

मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड से 226 करोड़ रुपये का टेंडर हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इस मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि कैलाश देवबिल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 220 केवी सब-स्टेशनों और 220 केवी विंड फार्म पुलिंग सब-स्टेशन बनाने का ठेका पाने के लिए नोयडा की कंपनी इनॉक्सविंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड का फर्जी परफॉर्मेंस सर्टिफिकेट लगाया। EOW की जांच में यह सर्टिफिकेट पूरी तरह फर्जी पाया गया, और जब इनॉक्सविंड से पुष्टि की गई तो कंपनी ने भी कहा कि उसने कभी ऐसा सर्टिफिकेट जारी नहीं किया। इसके बाद EOW ने निदेशक कैलाश शुक्ला, उनकी पत्नी सीमा शुक्ला और बेटे भानु शुक्ला के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र के तहत मामला दर्ज किया। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इसी तरह के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके कंपनी ने पहले भी अन्य बड़े टेंडर हासिल किए थे।







