ओडिशा के पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे समेत हिरासत में लिए गए 22 लोग, हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप
महासमुंद। जिले के सरायपाली पुलिस ने ओडिशा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित लगभग 22 लोगों को गुरुवार रात 11 बजे हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए लोगों को अलग-अलग जगहों पर रखा गया था, बताया गया है कि इनमें सरपंच, समिति के सदस्य और पंच शामिल थे।
ये सभी शुक्रवार सुबह 10:30 बजे किरमिरा ब्लॉक अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले थे। उससे पहले इनको गिरफ्तार किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पकड़े गए लोगो ने इस पूरी कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया है।
झूठे मामले में गिरफ्तार करने का आरोप
ग्राम पंचायत बनपाली ओड़िसा के सरपंच तपी मरैई का कहना है कि वे और उनके साथी सरायपाली घूमने आए थे। लेकिन गुरुवार रात करीब 11 बजे ओड़िसा के लैकेरा पुलिस ने उन्हें झूठे मामले में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें छत्तीसगढ़ के सरायपाली पुलिस को सौंप दिया।
22 लोगों को नोटिस के बाद छोड़ा गया
इस मामले पर बीजेडी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका आरोप है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक दबाव में की गई है। विशाल दास सहित 22 लोगों को शाम चार बजे नोटिस देकर छोड़ा गया है। इन्होंने लॉज में तोड़फोड़ की, पुलिस से गाली गलौच की। पकड़े गए लोगो में सभी 22 पुरूष थे।
-असरार अली,टीआइ सरायपाली
महासमुंद एसपी आशुतोष सिंह का कहना है कि एक लॉज से शिकायत मिली थी कि ओडिशा के कुछ लोग ठहरे हुए हैं, जिन्होंने लॉज में तोड़फोड़ की। शिकायत पर इन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। राजनीति साजिश का आरोप निराधार है।